राजस्थान में मुख्यमंत्री ने बिपोर्जोय तूफान से संबंधित तैयारियों की समीक्षा की है। बैठक मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के लिए निर्देशित किया और आम जनता से तूफान संभावित क्षेत्रों में सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को मुख्यमंत्री आवास पर बिपरजॉय तूफान से संभावित नुकसान से बचाव के लिए तैयारियों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में मौसम विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि बिपरजॉय तूफान 16 जून को दक्षिणी-पश्चिमी राजस्थान में पहुंचने की संभावना है। 16 एवं 17 जून को जोधपुर एवं उदयपुर संभागों में तेज वर्षा के साथ आंधी-तूफान की संभावना है।
60-70 किमी/घंटे से चल सकती हैं तेज हवाएं
16 जून को जैसलमेर, बाड़मेर, जालौर एवं जोधपुर के आस-पास के क्षेत्रों तथा 17 जून को जोधपुर, उदयपुर एवं अजमेर के आस-पास के क्षेत्रों में 60 से 70 किमी प्रति घण्टे की गति से तेज हवाएं चलने की आशंका है। तूफान से दक्षिणी-पश्चिमी राजस्थान के निचले इलाकों में जल भराव, मकान क्षतिग्रस्त होने तथा बिजली पोल एवं पेड़-पौधों के उखड़ने की आशंका है।
सम्बंधित विभागों को दिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने मौसम विभाग की अनुशंषा के अनुसार सभी संबंधित विभागों को बचाव एवं राहत कार्यो हेतु तैयार रहने के लिए निर्देशित किया। गहलोत ने कहा कि जिन जिलों के प्रभावित होने की संभावना है वहां आमजन के बचाव एवं राहत के लिए जिला प्रशासन मुस्तैद रहे। इन जिलों में एसडीआरएफ, नागरिक सुरक्षा स्वयं सेवक एवं आपदा मित्र को शामिल कर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक की जाए।
जनता से सावधान रहने को कहा
उन्होंने आमजन से अपील की कि तूफान संभावित क्षेत्रों में अतिआवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें तथा जरूरत पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर ही शरण लें। बड़े एवं पुराने वृक्षों के नीचे शरण ना लें। 16 से 18 जून के दौरान किसी भी प्रकार की पर्यटन एवं एडवेंचर गतिविधियांे में शामिल ना हों। उन्होंने सभी जिला कलक्टर्स को तूफान से संबंधित सूचना/चेतावनी को इलेक्ट्रानिक, प्रिंट, सोशल मीडिया, एसएमएस एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं कार्मिकों के माध्यम से आम नागरिकों तक पहुंचाने के लिए निर्देशित किया।
सुरक्षा विभागों को तैयार रहने के निर्देश
बैठक में बताया गया कि राज्य सरकार द्वारा सभी जिला कलक्टर एवं संबंधित विभागों को 24 घण्टे चक्रवात/बाढ़ नियंत्रण कक्ष संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं। तूफान से प्रभावित लोगों के बचाव हेतु प्रदेश में जयपुर, कोटा, भरतपुर, उदयपुर, अजमेर, जोधपुर एवं बीकानेर में एसडीआरएफ की 8 कम्पनियां तथा किशनगढ़, अजमेर में एनडीआरएफ की एक कम्पनी तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं।
मौसम केंद्र की भविष्यवाणी
मौसम केन्द्र जयपुर द्वारा 16 जून को बाड़मेर एवं जालौर में अत्यधिक भारी वर्षा, जैसलमेर, जोधपुर, पाली एवं सिरोही में बहुत भारी वर्षा तथा बीकानेर, उदयपुर एवं राजसमंद में भारी बारिश की संभावना की चेतावनी जारी की गई है। वहीं 17 जून, 2023 को बाड़मेर, जालौर, पाली, जोधपुर एवं नागौर में अत्यधिक भारी बारिश, जैसलमेर, बीकानेर, अजमेर, भीलवाड़ा, उदयपुर, सिरोही एवं राजसमंद में बहुत भारी बारिश एवं चूरू, सीकर, जयपुर, टोंक, बूंदी, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर एवं बांसवाड़ा में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
बैठक में आपदा प्रबंधन मंत्री गोविन्द राम मेघवाल, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, आपदा प्रबंधन राज्य मंत्री अशोक चांदना, गृह राज्यमंत्री राजेन्द्र यादव, मुख्य सचिव उषा शर्मा, पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा, शासन सचिव आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग पीसी किशन, भारतीय सेना से कर्नल अजय सिंह राठौड़, एयरफोर्स स्टेशन जयपुर से विंग कमाण्डर राजेश, निदेशक मौसम विभाग राधेश्याम शर्मा सहित प्रदेशभर से विभिन्न जिला अधिकारी वीसी एवं अन्य माध्यम से उपस्थित रहे।