राजस्थान वाणिज्य कर विभाग (Commercial tax department) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूरे राजस्थान में मिलावटी बॉयो फ्यूल (biofuel) और बेस ऑयल (base oil) के करीब 85 संदेहास्पद प्रतिष्ठानों पर एक साथ छापेमारी की है। विभाग को इन प्रतिष्ठानों में भारी कर चोरी (tax evasion) उजागर होने की आशंका है।
जानकारी के अनुसार आयुक्त रवि जैन के निर्देशन में लगभग 300 अधिकारियों को सम्मिलित करते हुए करीब 85 टीमों का गठन किया गया। कार्रवाई के दौरान पीसांगन स्थित एक व्यवसायी से 1.10 करोड़ रुपए तथा भीलवाड़ा में 33 लाख की राशि की आईटीसी रिजर्व करायी गयी तथा अन्य स्थान पर राशि की नकद वसूली की जा रही है। जयपुर स्थित एक व्यवसायी द्वारा माल के फर्जी बिल जारी किये जाने सम्बन्धित तथ्य भी प्राप्त हुए हैं, जिनका विभाग के द्वारा परीक्षण किया जा रहा है।
मिलावटी बायो फ्यूल एवं बेस ऑयल की अवैध बिक्री से डीजल की बिक्री में लगातार गिरावट आने लगी थी, जिससे वैट का नुकसान होने लगा था। मिलावटी बॉयो फ्यूल एवं बेस ऑयल की कीमत डीजल की तुलना में 30 से 40 रुपए प्रति लीटर कम आती है। बेस ऑयल वर्तमान में जीएसटी के दायरे में आता है। राज्य के कुछ व्यापारी 18 प्रतिशत जीएसटी पर बेस ऑयल की खरीद कर इसे विक्रय कर रहे थे जिस पर आईटीसी भी क्लेम किया जा रहा था।
शुक्रवार देर रात आरंभ हुई यह कार्रवाई शनिवार देर शाम तक जारी रही। आधिकारियों के अनुसार कई स्थानों पर गड़बडिय़ां पकड़ में आयी है जिसका आकलन किया जा रहा है। इन व्यवसायियों को अपने रिकॉर्ड प्रस्तुत करने हेतु सम्मन जारी किये गये हैं तथा जांच उपरान्त एवं पंजीयन निरस्तीकरण की कार्रवाई अमल में लायी जाएगी। डीलर्स की जांच व ऑडिट उपरान्त कर शास्ति, ब्याज आरोपण की कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।