व्यापारी पर हमले के विरोध में आयोजित बंद के दौरान आक्रोशित भीड़ पर पुलिस का लाठीचार्ज
जयपुर। प्रदेश का कोटा संभाग सांप्रदायिक तनावग्रस्त इलाके के रूप में उभर रहा है। संभाग के छबड़ा शहर के बाद अब बारां में सांप्रदायिक तनाव सामने आया है। बुधवार रात संप्रदाय विशेष के असामाजिक तत्वों ने एक कपड़े की दुकान में घुस कर जानलेवा हमला कर दो लोगों को घायल कर दिया। इसके बाद से ही बारां में तनाव फैल गया। बड़ी संख्या में लोग रात में भी अस्पताल के बाहर इस घटना का विरोध करते रहे। गुरुवार सुबह हिन्दु संगठनों ने बारां बंद का आह्वान किया था, इस दौरान जमा लोगों और व्यापारियों की भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया, जिससे तनाव ज्यादा फैल गया।
बारां में लगातार बढ़ती आपराधिक घटनाओं के विरोध में बुलाए गए बंद के दौरान जमकर हंगामा देखने को मिला। पूरे शहर में सभी दुकानें बंद रही। धार्मादा चौराहे पर व्यापारियों, भाजपा और कई संगठनों की ओर से धरना जा दिया जा रहा था। इस दौरान कुछ लोगों ने एक बाजार में जाने की कोशिश की तो पुलिस ने उनको रोकने का प्रयास किया, लेकिन लोग नहीं माने और बेरिकेडिंग हटाने लगे। इस पर पुलिस और भीड़ आमने-सामने हो गई। इस दौरान भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
तनाव के बाद शहर में भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है। एसपी कल्याण मल मीणा खुद शहर की शहर में सड़कों पर जाब्ते के साथ पैदल गश्त कर रहे हैं। मीणा ने बताया कि तनाव की स्थिति को अब काबू कर लिया गया है और समझाइश कर शांति व्यवस्था बनाए रखने के प्रयास चल रहे हैं। शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कोटा और झालावाड़ से आरएसी और अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया है।
विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि बारां जिले में पुलिस व्यवस्था नाकाम है। आए दिन व्यापारियों और आमजन के साथ मारपीट, हत्या और लूट जैसी घटनाएं हो रही है। शिकायत के बावजूद पुलिस अपराधियों पर अंकुश लगाने में नाकाम रही है।