विधायकों की बाड़ाबंदी के बाद कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आशंकओं को दूर करने का प्रयास किया
जयपुर। तीन दिनों से चल रही तख्ता पलट और राज्यसभा चुनावों में क्रॉसवोटिंग की आशंकाओं पर आज कांग्रेस ने विराम लगाने की कोशिश की। कांग्रेस की ओर से विधायकों के बाड़ाबंदी स्थल पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी स्थिति को साफ किया, लेकिन षडय़ंत्र करने वालों के नाम पर चुप्पी साध ली।
कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस राज्यसभा की दोनों सीटों पर जीत हासिल करेगी। हमारा एक भी वोट इधर से उधर नहीं हो सकता है। हम मिलकर फासीवादी ताकतों को हराएंगे।
गहलोत ने कहा कि पूरे देश में लोकतंत्र की हत्या हो रही है। प्रधानमंत्री कहते हैं कि वह देश को कांग्रेस मुक्त बनाएंगे, लेकिन हम कहना चाहते हैं कि कांग्रेस इस देश के लोगों के डीएनए में है। गहलोत ने कहा कि पूरा विश्व इस समय कोरोना संकट से जूझ रहा है। इस संकट के समय में भी उनकी फितरत तोड़-फोड़ की है।
प्रधानमंत्री के कहने पर देश के सभी राजनैतिक दल एक होकर कोरोना संकट से निपटने के लिए सामने आ गए, लेकिन ऐसे परिस्थितियों में हम किस प्रकार कोरोना से मुकाबला करेंगे। एसीबी को शिकायत के मामले में गहलोत ने कहा कि इस मामले की जांच हो सके, इसलिए हमने एसीबी में शिकायत दर्ज कराई है। एसीबी ही नहीं हमने एसओजी में भी इस मामले की शिकायत की है। जो षडय़ंत्र कर रहे हैं, वह आपके सामने आने वाले हैं।
उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस को दो सीटों पर पूर्ण बहुमत है। निर्दलीय विधायक हमारे साथ खड़े हैं। हमारे दोनों उम्मीदवार जीत कर दिल्ली जाएंगे। पायलट ने कहा कि कोरोना संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने लॉकडाउन और मजदूरों के लिए कोई पुख्ता रणनीति नहीं बनाई। हमारी सरकार ने इसपर काफी काम किया है और देश-विदेश में हमारे काम को सराहा जा रहा है।
संकट के दौर में भी केंद्र सरकार ने राज्यों की आर्थिक मदद नहीं की। राज्य सरकारें अपने सीमित संसाधनों से इस इस महामारी से जूझ रही है। कांग्रेस पर्यवेक्षक रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा के पास संख्या बल नहीं था, फिर भी उन्होंने दो उम्मीदवार क्यों खड़े किए? इसका जवाब इसका जवाब अमित शाह और भाजपा के अध्यक्ष जे.पी. नड्ढा दें।