कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को राजस्थान से राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुना गया है। वे पहली बार उच्च सदन के लिए चुनी गई हैं। सोनिया गांधी वर्तमान में यूपी की रायबरेली से कांग्रेस की सांसद हैं। लेकिन अब वे अब लोकसभा सांसद से इस्तीफा देंगी।
राजस्थान से सोनिया गांधी के साथ ही बीजेपी के चुन्नी लाल गरासिया और मदन राठौड़ भी राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। राजस्थान विधानसभा के प्रमुख सचिव और राज्यसभा के निर्वाचन अधिकारी महावीर प्रसाद शर्मा ने कहा कि राजस्थान से राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव- 2024 के लिए तीन सीटों पर तीनों प्रत्याशियों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया है।
राजस्थान में राज्यसभा चुनाव 2024 तीन सीटों के लिए
दरअसल, राज्यसभा चुनाव 2024 के लिए राजस्थान में तीन सीटों के लिए चुनाव होना था और तीन उम्मीदवारों ने नामांकन किया था। चुनाव में मंगलवार को नाम वापसी की अंतिम तारीख थी। किसी प्रत्याशी के नाम वापस नहीं लिए जाने पर तीनों उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। जरूरत होने पर वोटिंग 27 फरवरी को होनी थी।
इनका कार्यकाल खत्म
राजस्थान से राज्यसभा सदस्य डॉ. मनमोहन सिंह (कांग्रेस) और भूपेन्द्र सिंह (बीजेपी) का कार्यकाल तीन अप्रैल को समाप्त हो रहा है। वहीं एक खाली सीट पर चुनाव हुआ है क्योंकि बीजेपी के राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी से विधायक चुने गए। इसके बाद उन्होंने दिसंबर में राज्यसभा सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था। राजस्थान में राज्यसभा की 10 सीटें हैं। इसके साथ ही कांग्रेस के छह और बीजेपी के चार सांसद हो जायेंगे।
महाराष्ट्र में भी 6 सीटों पर हुए चुनाव
राज्यसभा चुनावों के लिए मंगलवार को नाम वापसी का अंतिम दिन था। महाराष्ट्र में भी राज्यसभा की 6 सीटों पर सांसद निर्विरोध चुन लिए गए हैं। मंगलवार को इन 6 सीटों पर दोपहर 3 बजे तक नाम वापस लेने का समय था। हालांकि इस दौरान न कोई नया नाम आया और न ही किसी ने अपना नाम वापस लिया। ऐसे में ये 6 सांसद निर्विरोध ही राज्यसभा के लिए निर्वाचित हो गए। इनमें भारतीय जनता पार्टी से तीन, शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस से एक-एक नेता राज्यसभा के लिए के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं।
देखें कौन-कौन चुना गया निर्विरोध
बीजेपी से
– अशोक चव्हाण
– मेधा कुलकर्णी
– डॉ अजीत गोपछड़े
शिवसेना से
– मिलिंद देवड़ा
एनसीपी से
– प्रफुल पटेल
कांग्रेस से
– चंद्रकांत हंडोरे