Congress पार्टी के तेज-तर्रार राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रोफेसर गौरव वल्लभ ने पार्टी के सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया है और इसके बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। गौरव वल्लभ ने अपने त्यागपत्र में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे एक पत्र में कहा है कि कांग्रेस पार्टी आज जिस प्रकार से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है। उसमें मैं स्वयं को सहज महसूस नहीं कर पा रहा हूं। मैं ना तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और ना ही सुबह-शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली दे सकता हूं। यही वजह है कि मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों व प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे रहा हूं।
प्रोफेसर गौरव वल्लभ ने कहा कि मैं भावुक हूं, मन व्यथित है और बहुत कुछ कहना चाहता हूं लेकिन भावनाएं आहत नहीं करना चाहता। उन्होंने कहा कि पार्टी नए विचारों के साथ युवाओं के साथ एडजस्ट नहीं कर पा रही है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर लिखा है कि पार्टी का ग्राउंड लेवल कनेक्ट पूरी तरह टूट चुका है जिसके कारण न तो पार्टी सत्ता में आ पा रही और ना ही मजबूत विपक्ष की भूमिका निभा पा रही है।
प्रो. गौरव वल्लभ ने कहा कि राम मंदिर पर कांग्रेस पार्टी के स्टैंड से बहुत क्षुब्ध हूं। उन्होंने लिखा कि पार्टी हिन्दू विरोधी नजर आ रही है और एक खास धर्म का हिमायती होने का भ्रामक संदेश दे रही है।