भाजपा के बाद अब कांग्रेस में भी टिकट वितरण के बाद बवाल है। शहर की किशनपोल, आदर्श नगर और मालवीय नगर में कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा के बाद स्थानीय नेताओं की नाराजगी खुलकर सामने आने लगी है। हालांकि सोमवार को असंतुष्ट नेताओं की ओर से कोई विरोध- प्रदर्शन नहीं किए गए लेकिन समर्थकों के साथ अलग-अलग बैठकर करके आगे की रणनीति तैयार की गई है। माना जा रहा है कि एक-दो दिन में असंतुष्ट नेता बगावती तेवर दिखा सकते हैं।
पार्षद उमरदराज बोले, हर हाल में लडूंगा चुनाव
आदर्श नगर से कांग्रेस विधायक रफीक खान के धुर विरोधी माने जाने वाले वरिष्ठ पार्षद उमरदराज खुलकर विरोध में आ गए हैं और रफीक खान के सामने चुनाव लड़ने की धमकी दी है। उमर दराज ने कहा कि वे हर हाल में चुनाव लड़ेंगे। पार्टी ने एक बार फिर बाहरी व्यक्ति हम पर थोप दिया है। वहीं, दूसरी ओर आदर्श नगर के कई स्थानीय नेताओं ने भी बैठक की। किशनपोल विधानसभा क्षेत्र के असंतुष्ट नेताओं की मंगलवार को भी एक होटल में बैठक होगी, जिसमें आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
जल्द लेंगे बड़ा फैसला
मालवीय नगर से कांग्रेस प्रत्याशी अर्चना शर्मा के विरोध में भी असंतुष्ट नेता के घर पर अन्य नेताओं की बैठक हुई है, हालांकि बैठक में क्या फैसले लिए इसका खुलासा नहीं हो पाया। मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले राजीव अरोड़ा भले फिलहाल शांत हों लेकिन अर्चना शर्मा को प्रत्याशी ज्यादा बनाए जाने के विरोध में विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले महेश शर्मा के तेवर तीखे हैं।
फैसले पर पुनर्विचार का आग्रह
शर्मा का कहना है कि पार्टी के इस फैसले से पूरे ब्राह्मण समाज में नाराजगी है। अगर पार्टी ने अपने फैसले पर पुनर्विचार नहीं किया तो प्रदेश की सभी सीटों पर इसका असर होगा। महेेश शर्मा ने कहा कि समर्थकों के राय-मशवरे के बाद जल्द कोई बड़ा फैसला लेंगे।
अर्चना के विरोध में इस्तीफे
राजस्थान राज्य विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश शर्मा के बाद अब बोर्ड की विशेष सलाहकार समिति के सदस्य पवन कुमार तिवाड़ी और मनीष मिश्रा ने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे में दोनों ने बताया है कि मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र से महेश शर्मा को टिकट नहीं देकर लगातार दो-दो बार हारे हुए उम्मीदवार को तीसरी बार टिकट दिया गया है, जो सही नहीं है।