जयपुर। कोरोना संक्रमण के कारण इस बार विधानसभा सत्र के दौरान विधानसभा की सभी व्यवस्थाएं बदली-बदली नजर आएंगी। पंद्रहवीं राजस्थान विधानसभा का पंचम सत्र शुक्रवार से आयोजित होगा। सत्र के दौरान कोरोना संक्रमण के लिए बरती जाने वाली सावधानियों को ध्यान में रखते हुए ही सभी व्यवस्थाएं की गई है।
विधानसभा के सचिव प्रमिल कुमार माथुर ने बताया कि इस बार विधानसभा सत्र के दौरान विशिष्ठ ओर अध्यक्ष दीर्घा के लिए भी प्रवेश पत्र नहीं बनाए जाएंगे। प्रवेश द्वारों पर हाथ धोने और सेनेटाइज किए जाने वाली मशीनें पर्याप्त संख्या में लगाई गई है। चार पहिया वाहनों को भी विधानसभा में प्रवेश करते ही सेनेटाइज मशीन से निकलना होगा।
कोरोना से बचाव के कारण ही इस सत्र के मद्देनजर पूर्व की भांति विधानसभा भवन और उसके बाहर की जाने वाली सत्र संबंधी व्यवस्थाओं की बैठकों का आयोजन भी नहीं किया गया। विधानसभा में संचालित एलोपैथिक, होम्योपैथिक, आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सालयों में चिकित्सकों और औषधियों की व्यवस्था कोरोना को दृष्टिगत रखकर की गई है। सत्र के दौरान अस्थाई सीपीआर की व्यवस्था एलोपैथिक चिकित्सालय में की गई है।
सत्र के दौरान सभी अधिकारियों के प्रवेशपत्र नहीं बनाए जाएंगे, बल्कि विभागों के सिर्फ दो-दो अधिकारियों को ही प्रवेश दिया जाएगा। इनमें एक अधिकारी दीर्घा और एक सामान्य प्रवेश पत्र बनाया जाएगा। परिसर में प्रवेशपत्र लगे हुए वाहनों को ही प्रवेश दिया जाएगा। विधायकों के निजी सहायकों को प्रवेश नहीं मिलेगा, वहीं मंत्रियों के निजी स्टॉफ में दो ही प्रवेश पत्र दिए जाएंगे।
मीडिया के संवाददाताओं के प्रवेशपत्र भी पत्रकार दीर्घा में सामाजिक दूरी का पालन करते हुए उपलब्ध सिटिंग व्यवस्था के अनुसार सीमित संख्या में बनाए गए हैं। कैमरामैन और छायाकारों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से भवन के प्रवेश द्वारों पर एम्सस कंट्रोल के लिए फ्लेप बैरियर स्थापित किए गए हैं। प्रवेश और निकास के लिए स्मार्ट कार्ड के जरिए फ्लैप बैरियर खोला जा सकता है। सत्र की कार्रवाई के दौरान द्वार संख्या एच 3 व एच 8 बंद रहेगा। सदन आरंभ होने से पहले और बैठक स्थगित होने के बाद यह द्वार खुले रहेंगे।