जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना महामारी ने जीवन के प्रति हमारी सोच को बदला है। इसने भौंतिकतावाद की ओर तेजी से बढ़ रहे हमारे कदमों को थामा है। यही उचित समय है कि हम ऐसे विषयों पर चर्चा करें, जिनसे सुखी जीवन और समृद्ध जीवन की ओर बढ़ सकें।
गहलोत शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा सुखी एवं समृद्ध जीवन विषय पर पांच दिवसीय कार्यशाला में ई-प्रमाणपत्र वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
गहलोत ने कहा कि कोरोना महामारी की चुनौति को हमने अवसर के रूप में लेते हुए हैल्थ सेक्टर को मजबूत किया। इसी तरह के नवाचार हर क्षेत्र में किए जाएं। आज अर्थव्यवस्था नाजुक दौर में है। लोगों की आजीविका प्रभावित हुई है। हमें यह सोचना है कि जरूरतमंदों को किस तरह संबल दिया जाए।
तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि संकट की इस घड़ी में राजस्थान ने गवर्नेंस का नया मॉडल पेश करते हुए लोगों की आशाओं को पूरा करने का प्रयास किया है।
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि कॉलेज शिक्षा से जुड़े विद्यार्थियों ने कोरोना के दौरान सेवाभाव से काम किया है। हमारी शिक्षा मानवीय मूल्यों से प्रेरित हो और तकनीकी ज्ञान का मानव समाज के लिए उपयोग हो।