जयपुर। भाजपा के अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने कांग्रेस पर सियासी हमला किया है। डॉ. पूनियां ने कहा कि देश के लिए इस वक्त कोरोना और कांग्रेस सबसे बड़ा संकट है। प्रदेश मेंं बजरी माफिया का राज है, रेप् की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रहे हैं और सरकार दो सप्ताह से एक होटल में मोज मस्ती कर रही है।
भाजपाध्यक्ष ने कहा कि राज्यपाल का कद राजनीति से काफी उपर होता है और जिस तरह की भाषा का प्रयोग कांग्रेस के लोग कर रहे हैं, उससे साफ है कि उनका मानसिक संतुलन खराब हो चुका है।
पूनियां ने कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनकी सरकार पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा पर हमला करती थी, लेकिन लगता है कि अब राज्यपाल पर हमले करने लगी है।
सरकार में बैठे हुए मंत्री किसी आम कार्यकर्ता से भी ज्यादा निम्न भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, यह भाषा संविधान और लोकतंत्र के लिए तो अशुभ है ही, साथ प्रदेश की राजनीति का स्तर पर नीचे लाने का काम कर रही है।
गहलोत ने असंतुलित होकर राजभवन एवं राज्यपाल को लेकर जो बातें कहीं, वो चिंताजनक हैं। कांग्रेस को इस सियासी शोरगुल में भाजपा और राज्यपाल दोषी दिखते होंगे, संविधान एवं कानून की अनुपालना कांग्रेस के कहने से तो नहीं होगी, दवाब की राजनीति करने से भी नहीं होगी।
सत्र बुलाने को लेकर राज्यपाल ने अपनी मंशा साफ कर दी है, लेकिन इस तरीके की जिद की राजनीति कांग्रेस कर रही है, वो निंदनीय है, 21 दिन के नोटिस के जरिये सत्र बुलाने की एक विधिवत प्रक्रिया होती है।
विरोधाभास तो कांग्रेस एवं सरकार के कामकाज से साफ दिखता है कि 13 मार्च को सत्रावसान हुआ था, तब कोरोना के कहर को लेकर ही स्पीकर ने विधानसभा का सत्रावसान किया था, लेकिन आज जब कोरोना अपने चरमकाल पर है और सरकार सत्र बुलाने पर तुली हुई है।