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सीएम भजनलाल ने गैंग्स और गैंगस्टर के पीछे इस ‘कड़क’ अफसर को लगाया, नाम तो जानते ही होंगे..

राजस्थान में गैंग्स और गैंगस्टर के खात्मे के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स की कमान प्रदेश के दबंग आईपीएस को सौंपी गई है। नई सरकार बनते ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था को लेकर सख्त हो गए। उन्होंने पेपर लीक की रोकथाम और गंभीर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले संगठित गिरोह पर लगाम लगाने के निर्देश दिए।
राजस्थान में नई सरकार बनते ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था को लेकर सख्त हो गए हैं। 15 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद कार्य ग्रहण करते ही उन्होंने पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा को पेपर लीक की रोकथाम और गंभीर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले संगठित गिरोह पर लगाम लगाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री के आदेश के अगले ही दिन डीजीपी उमेश मिश्रा ने पेपर लीक मामलों की जांच और रोकथाम के लिए सीनियर आईपीएस वीके सिंह के निर्देशन में एसआईटी का गठन किया। साथ ही, गैंग्स और गैंगस्टर के खात्मे के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया था। यह टास्क फोर्स प्रदेश के दबंग आईपीएस दिनेश एमएन के निर्देशन में बनाई गई।
टास्क फोर्स में कड़क अफसरों की नियुक्ति
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पुलिस अधिकारियों की बैठक ली। इस बैठक में अपराधों पर लगाम लगाने के सख्त निर्देश दिए गए। देर शाम को डीजीपी मिश्रा ने एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स में पुलिस महकमे के कड़क अफसरों और अन्य पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की। इस टास्क फोर्स में दो एसपी करण शर्मा और राजेश मीणा को शामिल किया गया है। इसी के साथ तीन एडिशनल एसपी विद्या प्रकाश, सिद्धांत शर्मा और नरोत्तमलाल वर्मा की नियुक्ति की गई है। एसपी करण शर्मा और एडिशनल एसपी विद्या प्रकाश पूर्व में गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के एनकाउंटर टीम के मुख्य किरदार थे। एडिशनल एसपी सिद्धांत शर्मा कुख्यात बदमाश पपला गुर्जर को गिरफ्तार करने वाली टीम में मुख्य भूमिका में थे। इस टीम को एक बार फिर एडीजी क्राइम दिनेश एमएन के निर्देशन में गैंग्स और गैंगस्टर द्वारा की जाने वाले अपराधों को खत्म करने का टास्क मिला है।
इन अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को शामिल किया फोर्स में
एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स में दो एसपी और तीन एडिशनल एसपी सहित कुल 33 अफसरों कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। इनमें डिप्टी एसपी मनीष कुमार, इंस्पेक्टर मोहनलाल, सब इंस्पेक्टर मुकेश वर्मा, सब इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह, एएसआई डोढीराम, एएसआई बनवारी लाल, एएसआई शैलेंद्र शर्मा, हैड कांस्टेबल अभिमन्यु कुमार सिंह, हैड कांस्टेबल चंद्रपाल, हैड कांस्टेबल नरेंद्र, हैड कांस्टेबल राकेश कुमार, हैड कानिस्टेबल योगेश कुमार, हैड कानिस्टेबल सोहन सिंह, हैड कांस्टेबल प्रवीण पूनिया, हैड कांस्टेबल रामलाल, हैड कांस्टेबल रोहिताश्व, कांस्टेबल राकेश, कांस्टेबल महावीर सिंह, कांस्टेबल सुधीर, कांस्टेबल महेश कुमार, कांस्टेबल किशनलाल, कांस्टेबल देशराज, कांस्टेबल रोहिताश्व, कांस्टेबल सुनील, कांस्टेबल हिम्मत सिंह, कांस्टेबल राजवीर गुर्जर, कांस्टेबल सन्नी जांगिड़ और कांस्टेबल कृष्ण कुमार शामिल हैं।
रेंज और जिला अफसरों को जारी किए निर्देश
एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स में पुलिस अफसरों और कर्मचारियों की नियुक्ति के साथ ही डीजीपी उमेश मिश्रा ने सभी रेंज आईजी, जिला एसपी और पुलिस कमिश्नर को निर्देश जारी किए हैं कि वे टास्क फोर्स को सूचनाएं साझा करें। जिला स्पेशल शाखा में तैनात अफसरों के मार्फत जिलों में सक्रिय गैंग्स और गैंगस्टर की सूचनाएं साझा करने के निर्देश जारी किए गए हैं। साथ ही, यह भी कहा गया है कि यह टास्क फोर्स किसी भी इलाके में एक्शन ले तो वहां जिले की स्पेशल टीमें टास्क फोर्स के अधिकारियों का सहयोग करें।

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