सरगना सहित फरार चल रहे 3 आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीमें जयपुर और बरेली के साथ-साथ अन्य ठिकानों पर छापेमारी कर रही है, लेकिन अब तक पकड़ में नही आए हैं। फरार आरोपियों की पहचान सरगना बरेली निवासी रिजवान, सलमान व सलीम के रूप में हुई है।
जयपुर में दो बैंक और ज्वेलरी शोरूम में चोरी करने के लिए सुरंग खोदने वाले बदमाश को पुलिस ने 7 दिन के रिमांड पर लिया है। 350 फीट लंबी सुरंग खोदने के आरोपी बरेली (उत्तर प्रदेश) निवासी अमन उर्फ बाबा खान ने पूछताछ में चैंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसने बताया कि गिरोह का सरगना रिजवान हैं, जिसने मनोज और सोनू शर्मा के नाम से फर्जी दस्तावेज बना रखे थे। रिजवान ने फर्जी दस्तावेज से किरायानामा बनवाया।
सरगना सहित फरार चल रहे 3 आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीमें जयपुर और बरेली के साथ-साथ अन्य ठिकानों पर छापेमारी कर रही है, लेकिन अब तक पकड़ में नही आए। फरार आरोपियों के सरगना बरेली निवासी रिजवान, सलमान व सलीम के रूप में पहचान हुई है। पुलिस को अंदेशा है कि ये सुरंग खोदने की एक्सपर्ट गैंग हैं, लेकिन अभी तक यूपी से इनका आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है।
दिल्ली रोड स्थित ईदगाह जाते थे प्लान तैयार करने
पकड़े गए बदमाश ने पूछताछ में बताया कि पुलिस को शक नहीं हो और वारदात के बाद इन लोगों को कोई पकड़ नहीं सके, इसके लिए रिजवान ने एक प्लान बनाया था। सभी बदमाश सुरंग खोदने के लिए किराए पर ली गई दुकान और रहने के लिए जालूपुरा में लिए मकान पर रहने के दौरान अपने मोबाइल से सिम कार्ड निकालकर रखते थे, ताकि वारदात के बाद भागने पर पुलिस ट्रेस नही कर सकें।
ईदगाह जाकर अपने परिचितों से करते थे बात
इन बदमाशों को परिवार के लोगों या अन्य किसी से जरूरी बात करनी होती तो दिल्ली रोड स्थित ईदगाह जाते थे, जहां पर सिम कार्ड लगाकर बात करते और वापस सिम कार्ड निकाल लेते थे। इसके अलावा दुकान पर एक सिम कार्ड ऑन रखते थे, जिस पर लोगों से केवल लोन या पशु आहार के संबंध में सामान्य बात करते थे। ये लोग उसी इलाके में बैठकर आगे की प्लानिंग करते थे।
सबसे पहले रिजवान आया था जयपुर
अब तक की जांच में सामने आया है कि रिजवान ही सबसे पहले जयपुर आया। उसने 7 महीने पहले जालूपुरा में उस्मान नाम के व्यक्ति के घर में कमरा किराए पर लिया। उसके बाद जयपुर के अलग-अलग क्षेत्रों की रेकी करने के बाद विद्याधर इलाके में अंबाबाड़ी में बेसमेंट वाली दुकान किराए पर ली। इसके बाद अगस्त महीने में अपने साथियों को बुलाया और सुरंग खोदना शुरू किया।
पुलिस समय पर एक्टिव हुई तो पकड़ा गया 1 आरोपी
पुलिस को मंगलवार सुबह 8 बजे इलाके में सुरंग खोदने की सूचना मिली तो टीम मौके पर पहुंची। उधर आरोपी अमन भी करीब 9 बजे दुकान खोलने के लिए पहुंचा, लेकिन सुरंग का भंड़ाफोड़ होने के कारण उसने दुकान नहीं खोली। कुछ देर रेकी करने के बाद वहां से पैदल ही रवाना हो गया। उस दौरान पुलिस ने दुकान चिह्नित कर ली और ताला तोड़ा। आस-पास के लोगों से पूछताछ करके हुलिया के बारे में जानकारी जुटाई और आरोपियों की तलाश शुरू की।
700 मीटर दूरी पर आरोपी अमन को पकड़ा गया
पुलिस ने करीब 700 मीटर दूरी पर आरोपी अमन को पकड़ लिया। पूछताछ करने पर आरोपी ने काफी देर तक पुलिस को गुमराह किया। बाद में थाने ले जाकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने दुकान की बात कबूली और अन्य साथियों के जालूपुरा में होने की जानकारी दी। सूचना पर पुलिस किराए के मकान पर पहुंची, लेकिन तीनों आरोपी वहां से फरार हो गए। पुलिस को अंदेशा है कि इस कार्रवाई के दौरान अन्य साथी भी दुकान आया था, जो पुलिस को देखकर भाग गया और अपने साथियों को सूचना दी।
10वीं फेल बदमाशों ने आर्मी की तरह बनाया नक्शा
जयपुर में दो बैंक और एक ज्वेलरी शॉप में एक साथ डकैती करने के लिए 10वीं फेल बदमाशों ने 350 फीट लंबी सुरंग खोद डाली। बदमाशों ने जो तकनीक अपनाई उसे जानकर पुलिस भी हैरान है। आर्मी की तरह छह महीने पहले सुरंग का नक्शा तैयार किया, फिर खुदाई शुरू की। बैंक तक पहुंचने के लिए बदमाशों ने दुकान के 15 फीट नीचे बेसमेंट में जाकर सुरंग खोदी ताकि नीचे से किसी दुकान की नींव या कोई पाइपलाइन रुकावट नहीं बन जाए।