दिल्लीराजनीति

दिल्ली के पूर्व सीएम केजरीवाल की डॉ मोहन भागवत के बहाने भाजपा को घेरने की कोशिश, पूछे पांच सवाल..

आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद, उन्होंने जंतर-मंतर पर जनता की अदालत जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। केजरीवाल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत से पांच सवाल पूछे, जिनके माध्यम से उन्होंने पीएम मोदी को घेरने की कोशिश की।
केजरीवाल ने यह दिखाने की कोशिश की कि आरएसएस ही असली मुखिया है और उसे अपने नेताओं को नियंत्रण में रखना चाहिए। दरअसल केजरीवाल ने शराब नीति में मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित मामले में जमानत मिलने के बाद आरएसएस के माध्यम से बीजेपी को घेरने की रणनीति अख्तियार की है। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख डॉ मोहन भागवत के माध्यम से सवाल पूछकर भाजपा को घेरने का प्रयास किया। उन्होंने ये सवाल पूछे..
केजरीवाल के पांच सवाल
1. क्या भाजपा का रिटायरमेंट का नियम मोदी पर भी लागू होता है, जैसा कि लालकृष्ण आडवाणी पर हुआ था?
2. क्या आप भाजपा की उस राजनीति से सहमत हैं जिसमें नेताओं को ‘भ्रष्ट’ कहकर बाद में उन्हें पार्टी में शामिल कर लिया जाता है?
3. जब भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने कहा कि उनकी पार्टी को आरएसएस की जरूरत नहीं है, तो आपको कैसा लगा?
4. क्या बेटा अब इतना बड़ा हो गया है कि वह अपनी मां को आंख दिखा रहा है?
5. क्या आरएसएस ने कभी पीएम मोदी को गलत काम करने से रोका है?
योगी को पद से हटाने का दावा
केजरीवाल ने पहले भी बीजेपी पर आरोप लगाए हैं। मई में लोकसभा चुनाव के दौरान, उन्होंने दावा किया था कि चुनाव के बाद बीजेपी दो महीने के भीतर सीएम योगी को हटा देगी। हालांकि, इस आरोप पर योगी और पीएम मोदी ने सफाई दी थी। इसके बावजूद, बीजेपी का प्रदर्शन उम्मीद से कम रहा था और पार्टी ने 80 में से सिर्फ 33 सीटें जीती थीं।
उल्लेखनीय है कि जरीवाल पिछले कुछ समय से बीजेपी की दुखती रग पर हाथ रखने की रणनीति अपना रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि आरएसएस और बीजेपी के संबंधों में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। जेपी नड्डा के बयान के बाद से आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी कई बार आदर्श राजनेता को लेकर बातें कही हैं, जिससे संकेत मिलता है कि वह पीएम मोदी पर ही निशाना साध रहे हैं। अब केजरीवाल ने पांच सवालों के जरिये बीजेपी के लिए असहज स्थिति पैदा कर दी है।

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