दिल्ली पुलिस ने संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में सभी 6 आरोपियों सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम, ललित झा, विशाल, अमोल शिंदे का शुक्रवार को साइको एनालिसिस टेस्ट करवाया। टेस्ट के दौरान गिरफ्तार और पूरी साजिश के मास्टरमाइंड कहे जा रहे ललित झा ने कई बड़े खुलासे किए हैं। संसद की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में छह लोग शामिल थे। पुलिस ने बाकी आरोपियों का टेस्ट कल ही कर लिया था। ललित झा और मनोरंजन का साइको एनालिसिस टेस्ट शनिवार को किया गया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, साइको एनालिसिस टेस्ट के दौरान ललित झा ने माना कि वह इस ग्रुप को बड़ा संगठन बनाना चाहता था। साथ ही, सूत्रों का कहना है कि कई अन्य खुलासे भी आरोपी ने किए हैं। ललित झा ने संसद की सुरक्षा में चूक का मास्टरमाइंड मनोरंजन डी को बताया। वह भी इस ग्रुप को बड़ा संगठन बनाना चाहता था। इसके लिए वह संगठन में भर्तियों की योजना बना रहा था। टेस्ट में खुलासा हुआ है कि संसद में हुई घटना के मास्टरमाइंड मनोरंजन डी ने संगठन में भर्तियों का जिम्मा आरोपी सागर को सौंपा था।
सिम कार्ड एक्टिव करवा कर डाटा रिकवर करेंगे
पुलिस अब पकड़े गए सभी 6 आरोपियों के सिम कार्ड एक्टिव करवाकर मोबाइल फोन का डाटा रिकवर करने की कोशिश कर रही है, जिससे मामले से जुड़ी अन्य बातें भी सामने आ सकें। लोकसभा में दर्शक दीर्घा से कूदने वाले दोनों व्यक्तियों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी. के रूप में हुई। वहीं, संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान हरियाणा की नीलम और लातूर (महाराष्ट्र) के अमोल शिंदे के रूप में हुई।
बेरोजगारी को लेकर एक्टिव थी नीलम
हरियाणा के जींद जिले के गांव घासो खुर्द निवासी नीलम आजाद महिला पहलवानों के प्रदर्शन के अलावा बेरोजगारी को लेकर काफी एक्टिव रहती थीं। नीलम ने एक रिसर्च प्रोग्राम और एम.फिल पूरा कर टीचिंग जॉब के लिए जरूरी केंद्रीय परीक्षा भी पास की है लेकिन उसे कोई नौकरी नहीं मिली। इस बात से वह नाराज और तनावग्रस्त थी।
सेना में जाने का कहकर निकला अमोल
आरोपी अमोल धनराज शिंदे महाराष्ट्र का रहने वाला है। अमोल के घर की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। माता-पिता और भाई दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। अमोल सेना के साथ-साथ पुलिस में भर्ती होने की तैयारी में जुटा हुआ था। घरवालों से वह 9 दिसंबर को सेना में भर्ती होने का बहाना बनाकर ही निकला था।
आॅटोचालक के घर रुके थे सभी आरोपी
संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले सभी आरोपी अलग-अलग समय पर विशाल के घर पहुंचे थे और यहीं पर रुके भी थे। विशाल उर्फ विक्की, पहले एक एक्सपोर्ट कंपनी में ड्राइवर था, लेकिन अब वह एक ऑटो चलाता है।