राजस्थान में माइंस एवं पेट्रोलियम निदेशक सन्देश नायक ने बताया कि विभाग ने राज्य के 12 जिलों में माइनर मिनरल के 142 खनन ब्लॉक्स की ई-नीलामी प्रक्रिया शुरु कर दी है। इस वित्तीय वर्ष में माइनर मिनरल ब्लॉक्स की यह पहली ई-नीलामी 11 जुलाई से 28 जुलाई तक भारत सरकार के ई-प्लेटफार्म पर होगी। उन्होंने बताया कि ई-नीलामी की संपूर्ण प्रक्रिया की जानकारी भारत सरकार के ई-प्लेटफार्म एमएसटीसी और विभागीय वेबसाइट पर उपलब्ध है।
नायक ने बताया कि माइंस विभाग ने माइनर मिनरल ग्रेनाइट, क्वार्टज, फेल्सपार, मार्बल, मेसेनरी स्टोन, डाइमेंशनल लाईमस्टोन आदि की नीलामी के लिए 142 ब्लॉक्स तैयार किए हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा अनुरूप वैध खनन को बढ़ावा देने के लिए अधिक से अधिक खनिज ब्लॉक्स तैयार कर इनकी नीलामी करने को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने बताया कि माइंस व गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया के नीलामी में पारदर्शिता व प्रतिस्पर्धा बनाए रखने के निर्देशों के क्रम में विभाग द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार के साथ ही विभागीय वेबसाइट व भारत सरकार के पोर्टल पर विस्तृत जानकारी प्रदर्शित की गई है ताकि दुनिया के किसी भी कोने से कोई भी नीलामी में हिस्सा ले सकें।
उन्होंने बताया कि 142 खनिज प्लॉटों की ई नीलामी के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। 11 जुलाई से होने वाली नीलामी में झुन्झुनूं, अजमेर, सीकर, राजसमन्द, जैसलमेर, जौधपुर, नागौर, भीलवाड़ा, बूंदी, उदयपुर, चित्तोड़गढ़ व डूंगरपुर जिले में ब्लॉक्स की ई-नीलामी की जाएगी। निदेशक ने अधिकारियों को माइनर और मेजर मिनरल के और नए ब्लॉक्स तैयार करने के काम में तेजी लाने के निर्देश भी दिए है।
नायक ने बताया कि विभाग द्वारा खनिज संभावित क्षेत्रें में खनिज प्लॉट तैयार कर प्राथमिकता से ई नीलामी पर जोर दिया जा रहा है ताकि खनिज संपदा के अवैध खनन पर कारगर रोक लगाने के साथ ही वैघ खनन को बढ़ावा दिया जा सके। इससे राज्य सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी होगी और राजस्व छीजत में प्रभावी रोक लग सकेगी।