युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री अशोक चांदना ने बुधवार को विधानसभा में बताया कि प्रदेश के शूटर्स को जगतपुरा स्थित शूटिंग रेंज में जल्द ही इलेक्ट्रॉनिक टारगेट पर अभ्यास करने का मौका मिलेगा। इनकी खरीद के लिए शीघ्र ही निविदा जारी कर दी जायेगी।
प्रश्नकाल में विधायक संयम लोढ़ा के पूरक प्रश्न का जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में खेल को लेकर सकारात्मक माहौल के चलते यहां के अच्छे शूटर्स का दूसरे राज्यों में जाकर शूटिंग करना भी कम हो गया है। वर्ष 2020-21 में मात्र 6 शूटर ही राज्य से बाहर गये है, इनमें भी सीआईएसएफ और सीआरपीएफ के एक-एक शूटर है। जबकि वर्ष 2019-20 में 16 और 2018-19 में 12 शूटर छोड़कर चले गये थे।
युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री ने बताया कि शूटिंग रेंज में शूटर्स के साल भर के रजिस्ट्रेशन की संख्या 558, एक माह की 183 और प्रतिदिन की संख्या 1161 है। यहां पर राजस्थान राइफल एसोसिएशन का कार्यालय भी संचालित है। किसी भी शूटर को प्रैक्टिस करने से रोका नहीं गया है। उन्होंने बताया कि राजस्थान राइफल एसोसिशन ने वर्तमान सरकार के सत्ता में आने से पहले ही अपनी प्रक्रिया शुरू कर दी थी, लेकिन वर्तमान सरकार ने आते ही संचालन शर्तों में बदलाव किये। इसके चलते ही संचालन की गतिविधियों के बाद होने वाली बचत में से आधी राशि एसोसिएशन और आधी राशि विभाग को मिलने लगी है।
उन्होंने बताया कि जगतपुरा शूटिंग रेंज वर्ष 2015 में जेडीए से खेल विभाग को मिली। इस दौरान विभाग ने 2 करोड़ लागत से ई-टारगेट खरीदने के लिए बिना टेंडर से ही स्विट्जरलैंड की कंपनी को खरीद ऑर्डर दिये गये। उस कंपनी ने 90 प्रतिशत राशि पहले प्राप्त होने पर ही काम शुरू करने के लिए कहा। इस पर विभाग ने पेमेंट की गारंटी की सहमति दी। इस दौरान यूरो की रेट बढऩे से ई-टारगेट खरीदना महंगा पड़ा और पूरी प्रक्रिया में ही विलंब हो गया और काम नहीं हो पाया।
वर्ष 2018 में भी 5.65 करोड़ रुपए से ई-टारगेट पर खर्च करने की घोषणा की गई, लेकिन राज्य सरकार ने खेल विभाग पर 25 करोड़ रुपए की कैप लगा दी। इससे फिर ई-टारगेट खरीदना मुश्किल होकर प्रक्रिया लेट हो गयी। वर्तमान सरकार में अब जल्द ही शूटर्स को ई-टारगेट मिल जायेंगे।
इससे पहले विधायक लोढ़ा के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में उन्होंने बताया कि जगतपुरा शूटिंग रेंज को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए विगत तीन वर्षों में 97.38 लाख रुपए व्यय किये गये है। इस राशि शॉटगन रेंज को अपग्रेडेशन करने के लिए नवीनतम अंतरराष्ट्रीय स्तर के ट्रेप स्कीट, मोटर कंट्रोलर, ट्रेप स्कीट मशीन स्कोर बोर्ड, सी.पी.यू., एल.सी.डी. डिस्प्ले बोर्ड खरीद कर लगाये गये है।
विगत तीन वर्षों में इलेक्ट्रोनिक टारगेट पर कोई राशि व्यय नहीं की गई। वर्तमान में शूटिंग रेंज पर इलेक्ट्रोनिक टारगेट लगाया जाना प्रक्रियाधीन है।