दिल्ली में प्रवेश की सीमाओं पर किसानों का धरना-प्रदर्शन जारी है। अलबत्ता वे केंद्र सरकार के साथ 29 दिसम्बर को एक फिर चर्चा के लिए तैयार हैं लेकिन वे इस बात पर जरूर अड़े हुए हैं कि तीनों नये कृषि कानूनों को रद्द किया जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी दी जाए। प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस और कुछ अन्य राजनीतिक पार्टियां इस आंदोलन समर्थन कर रही हैं। इसके अलावा इस मुद्दे पर अकाली दल और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का साथ छोड़ किसान आंदोलन का समर्थन कर रही हैं।
वहीं दूसरी ओर, जहां कुछ किसान संगठनों ने तीनों कानूनों को रद्द ना किये जाने को लेकर केंद्र सरकार के कुछ मंत्रियों से मुलाकात की तो जनता दल (सेक्युलर) के नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने किसानों से कहा है कि वे नए कृषि कानूनों को एक बार खुले मन से स्वीकार करें। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन से वैश्विक स्तर पर भारत की छवि पर पड़ने वाले असर का ध्यान रखें। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे मोदी सरकार के साथ बने गतिरोध को दूर करें।
आंदोलन को कांग्रेस का समर्थन देकर गायब हुए राहुल गांधी
कई बार देखा गया है कि कांग्रेस को जब नेतृत्व की जरूरत होती है तो उसके पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अचानक सक्रिय राजनीति से कुछ समय के लिए अवकाश लेकर विदेश यात्रा पर निकल जाते हैं। यद्यपि उन्होंने किसान आंदोलन का जोरशोर से समर्थन किया और इस सिलसिले में उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन भी सौंपा लेकिन इतना सब करने के बाद इस बार भी जानकारी मिली है कि वे नये साल की खुशियां मनाने के लिए इटली रवाना हो गये हैं।
राजस्थान के मंत्री उतरे मैदान में
उधर, राजस्थान में कांग्रेस के स्थापना दिवस के मद्देनजर 28 से 30 दिसंबर तक सरकार के मंत्रियों को जयपुर, सीकर, नागौर, सीकर, चूरू, गंगानगर, हनुमानगढ़, झुंझुनू, अलवर, भरतपुर और बीकानेर में रहकर वहां के किसानों से केंद्रीय कृषि कानूनों की खामियों पर चर्चाएं आयोजित करने के लिए कहा गया है। इस कार्य के लिए अलवर में श्रम मंत्री टीका राम जूली और परसादी लाल मीणा, भरतपुर में खेल मंत्री अशोक चांदना और अर्जुन बामनियां,बीकानेर में भजन लाल जाटव और भंवर सिंह भाटी, चूरू में राजेंद्र यादव, गंगानगर में ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला व लालचंद कटारिया, जयपुर में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल व परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास तथा झुंझुनू में अल्पसंख्यक मंत्री सालेह मोहम्मद, सुखराम विश्नोई को लगाया गया है।
तिरंगा यात्रा
28 दिसंबर को कांग्रेस स्थापना दिवस के मौके पर केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में जयपुर स्थित पीसीसी कार्यालय से शहीद स्मारक तक तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है। इसके अलावा राज्य में मंत्रियों को निर्देश दिए गए हैं कि तीन दिवसीय प्रवास के दौरान वे कृषि कानूनों के विरोध में तथा राज्य सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी करेंगे।