फिरोजाबाद को कांच नगरी के नाम से विदेशों तक जाना जाता है क्योंकि यहां पर कांच के गिलास, कांच के झूमर, कप-प्लेट समेत सैकड़ों आइटम तैयार किए जाते हैं। वहीं, इन आइटमों को तैयार कर विदेश तक भेजा जाता है, जिससे करोड़ों रुपए का व्यापार होता है। विदेश के व्यापार से फिरोजाबाद काफी प्रभावित रहता है।
इजराइल और ईरान के बीच तनातनी का असर यूपी के कांच नगरी फिरोजाबाद में भी देखने को मिल रहा है। विदेशों से मिलने वाले कांच आइटमों के ऑर्डर पर तलवार लटकती हुई दिखाई दे रही है। कांच व्यापारी किसी तरह माल को तैयार कर जल्द से जल्द भेजने की तैयारी में लगे हुए हैं। अगर दोनों देशों के बीच तनातनी बढ़ती है तो फिरोजाबाद से न केवल कांच के ऑर्डर कैंसल होंगे बल्कि ईरान से आने वाला क्रूड ऑयल भी मंहगा होगा और इससे कांच उद्योग प्रभावित होगा। इसके अलावा करोड़ों रुपए के नुकसान की भी आशंका यहां के व्यापारियों को नजर आ रही है।
फिरोजाबाद के सबसे बड़े कांच उद्योगपति का कहना है कि इजराइल और ईरान के बीच जो युद्ध चल रहा है। उसका असर कांच उद्योग पर पड़ेगा क्योंकि फिरोजाबाद में कांच के विभिन्न आइटम तैयार किए जाते हैं, जो ऑर्डर पर तैयार होते है। विदेशों से भी करोड़ों रूपये के ऑर्डर मिलते हैं, जो समुद्री जहाज द्वारा इजराइल, हमास, ईरान, अमेरिका समेत कई देशों में भेजे जाते हैं। इस वक्त इन दो देशों के बीच जो स्थिति है, उसका असर फिरोजाबाद कांच उत्पादन पर सीधा पड़ेगा क्योंकि ईरान से आने वाला क्रूड ऑयल अगर महंगा हुआ तो कच्चे तेल की कीमतें भी बढ़ेंगी, जिससे ट्रांसपोर्ट महंगा होगा।
करोड़ों रुपए के ऑर्डर होंगे कैंसल
कांच व्यापारी क्रूड ऑयल का इस्तेमाल फैक्ट्रियों में अलग-अलग तरह से प्रयोग करते हैं, लेकिन अभी स्थिति ठीक है क्योंकि ऑर्डर निकल रहे हैं। लेकिन व्यापारियों की टेंशन इस बात को लेकर भी बढ़ी हुई है कि अगर इजराइल और हमास की तरह ये युद्ध भी शुरू हुआ तो जो ऑर्डर पहले की कीमतों पर भेजा जाना है। उसमे बदलाव होगा और कीमतें बढ़ेंगी, जिससे ऑर्डर कैंसल होंगे। एक झटके में करोड़ों रुपए का कांच का कारोबार प्रभावित हो जाएगा।
झूमर, ग्लास, बैंगल्स समेत कई आइटम जाते हैं विदेश
फिरोजाबाद को कांच नगरी के नाम से विदेशों तक जाना जाता है क्योंकि यहां पर कांच के गिलास, कांच के झूमर, कप-प्लेट समेत सैकड़ों आइटम तैयार किए जाते हैं। वहीं, इन आइटमों को तैयार कर विदेश तक भेजा जाता है, जिससे करोड़ों रुपए का व्यापार होता है। विदेश के व्यापार से फिरोजाबाद काफी प्रभावित रहता है। ऐसे में इजरायल और ईरान के बीचयुद्ध होता है तो फिरोजाबाद को करोड़ों रुपये का झटका लग सकता है।