जयपुर

राजस्थान में मेडिकल कॉलेजों (medical colleges) के मध्य बेहतर शोध (research) परिणामों के लिए समन्वय समिति (coordination committee) का गठन

जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा के निर्देश पर राज्य में चिकित्सा शिक्षा में अकादमिक एवं शोध (research) समन्वय समिति (coordination committee) का गठन किया गया है। समिति में अध्यक्ष, सदस्य तथा समन्वयक बनाए गए हैं। राज्य के 15 राजकीय चिकित्सा महाविद्यालयों (medical colleges) के मध्य अकादमिक शोध के संबंध में ये समिति समन्वय का कार्य करेगी।

चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया ने बताया कि लंबे समय से विभिन्न राजकीय चिकित्सा महाविद्यालयों के मध्य अकादमिक रिसर्च के क्षेत्र में अधिक समन्वय की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। किसी एक मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध विशेषज्ञों को उचित प्रशासनिक एवं तकनीकी उपाय अपनाकर अन्य मेडिकल कॉलेज में उपयोग किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि बेहतर शोध परिणामों के लिए विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के अलग-अलग विभागों के बीच नियमित आधार पर रिसर्च को साझा किया जाना जरूरी है। इसी के मद्देनजर चिकित्सा शिक्षा में अकादमिक एवं शोध समन्वय समिति का गठन किया गया है।

इस समिति का अध्यक्ष एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को बनाया गया है। समिति में आरयूएचएस के डीन (अकादमिक) और रजिस्ट्रार भी सदस्य बनाए गए हैं। समिति के 2 सदस्य राज्य सरकार द्वारा नामित विशेषज्ञ होंगे। इसके अलावा, चिकित्सा शिक्षा विभाग के निदेशक को समन्वयक तथा अतिरिक्त निदेशक, राजमेस को सह-समन्वयक बनाया गया है। विभिन्न स्तरों पर विवेचना और चर्चा के लिए समिति द्वारा अन्य फैकल्टी सदस्यों या विषय विशेषज्ञों को भी समय-समय पर बुलाया जा सकता है।

चिकित्सा शिक्षा सचिव ने बताया कि हर महीने ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से समिति की एक बैठक अवश्य होगी। समिति की बैठकों एवं अन्य प्रशासनिक मामलों का अभिलेख चिकित्सा शिक्षा निदेशालय में रहेगा।

समिति को जो सौंपे गए मुख्य कार्य

-सभी मेडिकल कॉलेजों में शैक्षणिक गतिविधियों की समीक्षा और निगरानी करना तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग को सुझाव देना।
-राज्य के मेडिकल कॉलेजों में शुरू किए जाने वाले विभिन्न अतिरिक्त पाठ्यक्रमों या डिग्री की समीक्षा करना और सुझाव देना।
-चिकित्सा क्षेत्र में नवीनतम अनुसंधान एवं विकास के आधार पर पाठ्यक्रम के अपडेट, सुधार तथा जांच के लिए आरयूएचएस को सुझाव देना।
-अध्यापन, प्रशिक्षण, रिसर्च तथा फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के उत्कृष्ट शैक्षणिक संस्थानों की पहचान करना।
-राजकीय मेडिकल कॉलेजों द्वारा एमओयू या अन्य समान व्यवस्थाओं के माध्यम से इन संस्थानों के साथ सहयोग को बढ़ावा देना।
-चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत विभिन्न राजकीय मेडिकल कॉलेजोंं के बीच शिक्षण और अनुसंधान में सहयोग को बढ़ावा देना।
-ऑनलाइन और ऑफलाइन शिक्षण के माध्यम से विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के बीच विशेषज्ञता एवं फैकल्टी को साझा करने की योजना बनाना और बढ़ावा देना, नियमित रूप से इसकी मॉनीटरिंग करना और चिकित्सा शिक्षा विभाग को रिपोर्ट करना।
-चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा संदर्भित किए जाने पर विशेषज्ञों की राय प्रदान करना।
-चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा सुझाए या संदर्भित किए जाने वाले अन्य कार्य।

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