पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता परसराम मदेरणा के पुत्र पूर्व मंत्री (Former minister) महिपाल मदेरणा (Mahipal Maderna) का रविवार, 17 अक्टूबर की सुबह निधन हो गया। उनके जोधपुर स्थित निवास से उन्हें उनके पैतृक गांव(ancestral village) चाडी ले जाया गया जहां शाम करीब 4 बजे उनके पिता परसराम मदेरणा की समाधि के निकट ही उनका अंतिम संस्कार किया गया।
देश भर में भंवरीदेवी अपहरण एवं हत्याकांड खूब चर्चित रहा था। इस मामले में महिपाल मदेरणा आरोपी रहे थे। वे लंबे समय से मुंह के कैंसर से पीड़ित थे और उनका जोधपुर के एम्स ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सांसेसज यानी एम्स (AIIMS) में इलाज चल रहा था। कैंसर से संघर्ष के साथ ही उन्हें कोरोना भी हो गया था। कोरोना से वे काफी ठीक भी हो गए थे किंतु उन पर कैंसर व कोरोना का असर निरंतर बना रहा। इन्ही हालात के मद्देनजर करीब एक वर्ष पूर्व मदेरणा को राजस्थान उच्च न्यायालय ने इलाज कराने के लिए पैरोल दी थी।
उल्लेखनीय है कि महिपाल मदेरणा पिछली गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे थे। बाद में बहुत चर्चा में रहा भंवरी देवी अपहरण और हत्याकांड मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया था। इस गिरफ्तारी के बाद उन्हें मंत्री पद त्यागना पड़ा था। मदेरणा इस मामले के संदर्भ में 2011 से ही जेल में बंद रहे।
पूरा परिवार ही राजनीति में सक्रिय
5 मार्च 1952 को महिपाल मदेरणा का जन्म कांग्रेसी नेता स्वर्गीय परसराम मदेरणा के घर जोधपुर के लक्ष्मण नगर चाडी गांव में हुआ था। उन्होंने जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर से बीए और एलएलबी की डिग्री ली थी। करीब 18 वर्ष तक वे जोधपुर जिला प्रमुख रहे। वे वर्ष 2003 से 2008 तक भोपालगढ़ विधानसभा क्षेत्र से और फिर वर्ष 2008 से 2013 तक ओसियां से विधायक रहे। वे अशोक गहलोत सरकार में जलदाय विभाग के कैबिनेट मंत्री भी रहे वर्तमान में उनकी पत्नी लीला मदेरणा जोधपुर की जिला प्रमुख हैं। उनकी दो पुत्रियां दिव्या मदेरणा और रूपल मदेरणा हैं। दिव्या जोधपुर जिले के ओसियां विधानसभा क्षेत्र की विधायक है।