जयपुर। राजधानी में मंगलवार को दिनदहाड़े हुए गैंगवार (gang war) ने एक बार फिर कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बदमाशों ने एक हिस्ट्रीशीटर (history sheeter) की हत्या कर दी। हत्यारों ने पहले हिस्ट्रीशीटर के दो गोली (gun shots) मारी। गोली लगने से भी उसकी मौत नहीं हुई तो उन्होंने वहां पड़े पत्थर से उसका सिर कुचल दिया और मौके से फरार हो गए।
जानकारी के अुनसार जयपुर के बनीपार्क इलाके में राममंदिर के पास 6 बदमाश दो स्कूटी पर सवार होकर आए थे। यहां उन्होंने स्कार्पियों में बैठे इलाके के हिस्ट्रीशीटर अजय यादव को पहले 2 गोली मारी। गोली लगने के बाद भी अजय की मौत नहीं हुई तो, उन्होंने पास में पड़े पत्थर से उसका सिर कुचल मौत के घाट उतार दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद सभी बदमाश फरार हो गए।
गैंगवार की सूचना मिलने पर व फायरिंग की सूचना मिलने पर बनीपार्क पुलिस मौके पर पहुंची। एकाएक फायरिंग की आवाज सुनकर लोग सहम गए। कोई भी डर के कारण बाहर नही निकला। अजय यादव को एसएमएस अस्पताल पहुंचाया गया। बाद में जयपुर एडिशनल कमिश्नर सहित तमाम पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। बदमाशों को पकड़ने के लिए पूरे जयपुर में नाकाबंदी कराई गई, लेकिन बदमाश पुलिस के हाथ नहीं आए। इस दौरान नाकाबंदी मे कोताही बरतने की जानकारी मिलने पर विधायकपुरी थाने की चेतक के पुलिसकर्मियों को भी निलंबित किया गया।
पुलिस के अनुसार सदर थाने के हिस्ट्रीशीटर अजय यादव के खिलाफ 9 मुकदमे पहले से दर्ज थे। उसकी गैंगवार के चलते हत्या की गई है। अजय गाड़ी लेकर दोपहर 1:45 बजे बनीपार्क इलाके में सूत मिल कॉलोनी में राम मंदिर के पास आया था। वह चाय की थड़ी के पास गाड़ी में बैठा था। उसके साथ सौरभ भी मौजूद था। तभी दो स्कूटी पास में रुकी। एक युवक ने अजय की गाड़ी पर पहला फायर किया। तब अजय दूसरे गेट से निकलकर भागा। अन्य बदमाशों ने उस पर पीछे से फायरिंग की।
थड़ी के पास उसे पकड़कर नीचे गिरा दिया। इस दौरान 2 गोली अजय को लगी। इसके बाद बदमाशों ने उसके सिर को पत्थर से कुचल दिया गया। घटना के दौरान कुल 5 राउंड फायर किए गए। पुलिस सौरभ से पूछताछ कर रही है।
उल्लेखनीय है कि अजय यादव ने 2015 में गैंगस्टर गगन पण्डित पर जानलेवा हमला कराया था। इस दौरान जयपुर के जवाहर नगर में फायरिंग की गई थी। इसके लिए हरियाणा के बदमाशों को बुलाया गया ता। इन्हें अजय ने ही रुकवाया था। अजय यादव को राजस्थान विधानसभा में मुख्य सचेतक महेश जोशी का करीबी बताया जा रहा है। घटना की सूचना मिलने के बाद जोशी भी एसएमएस अस्पताल में उसे देखने पहुंचे थे।