राजस्थान पुलिस ने दौसा जिले में फर्जी अभ्यर्थी (fake candidate) बैठा रीट परीक्षा (REET exam) पास कराने का झांसा देकर मोटी रकम वसुलने वाली गैंग के चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके पास से एक ब्रेजा व क्रेटा कार, 5.60 लाख की नकदी (cash) बरामद की है। गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम रमेश मीना, दशरथ सिंह मीना, करण सिंह मीना और सुमेर मीना है।
दौसा एसपी अनिल कुमार बेनीवाल ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल की चैकिंग में रीट भर्ती परीक्षा से संबंधित चैट व रिकॉर्डिंग मिली है। पूछताछ किये जाने पर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में लिये गए करोड़ों रुपए के लेन देन का हिसाब मिला है। अभियुक्तों से कोचिंग संस्थानों व खोली गई लाईब्रेरियों से भी जुडे होने की बात सामने आई है, जिसके बारे में व गिरोह में शामिल अन्य अभियुक्तों के बारे में भी गहनता से पूछताछ की जा रही है।
जयपुर रेंज आईजी हवा सिंह घुमरिया व दौसा एसपी अनिल कुमार के निर्देशानुसार रविवार को आयोजित रीट परीक्षा को लेकर शहर में एएसपी लाल चन्द कायल व सीओ दीपक कुमार के सुपरविजन एवं थानाधिकारी कोतवाली दौसा लाल सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन कर परीक्षा में फर्जीवाडे को रोकने के लिए सख्ती से नाकाबन्दी की जा रही थी। गश्त के दौरान टीम ने शहर में घूमती एक सन्दिग्ध क्रेेटा कार का पीछा कर पीजी कॉलेज के सामने रुकवाया। कार में तीन युवक बैठे मिले।
पूछताछ में संतोषप्रद जवाब नही मिलने पर कार की तलाशी ली तो कुल 5 लाख नगदी मिली। नगदी के बारे में सख्ती से पूछा गया तो आरोपित रमेश व करण सिंह ने बताया कि रीट परीक्षा पास कराने की एवज में हाल जयपुर निवासी राजेन्द्र मीना से वह ये रुपए लाए हैं। राजेन्द्र की जगह किसी दूसरे अभ्यर्थी को बैठा परीक्षा पास कराने की एवज में सुमेर सिंह मीना निवासी मुडिया खेडा को 5 लाख रुपए देना बताया। इस पर सुमेर सिंह को भी गिरफ्तार किया गया। उधर रीट परीक्षा में फर्जीवाड़े को लेकर सीकर में भी एक गिरोह को पकड़ा गया है।