क्राइम न्यूज़दिल्ली

उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी ने स्वीकारा कि उन्होंने पीएम मोदी की छवि धूमिल करने को गौतम अडानी पर सवाल पूछने के लिए टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा का इस्तेमाल किया

भारत के उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी ने इस बात को स्वीकार किया है कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बदनाम करने और उन्हें शर्मिंदा करने की नीयत से उद्योगपति गौतम अडानी के बारे सवाल पूछने के लिए महुआ मोइत्रा से कहा। हीरनंदानी ने कहा कि विपक्ष को पीएम की छवि को धूमिल करने के लिए कोई कारण नहीं मिला तो इसलिए महुआ मोइत्रा के जरिये सवाल पूछे गये।
हीरानंदानी ने तो यहां तक बताया है कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने जरूरत पड़ने पर उनकी ओर से सीधे सवाल पोस्ट करने के लिए अपना संसद लॉगिन और पासवर्ड भी दे दिया था। यद्यपि सांसद महुआ मोइत्रा ने हीरानंदानी की स्वीकारोक्ति खारिज करते हुआ कहा है कि सरकार के दबाव में दर्शन हीरानंदानी ने ऐसा बयान दिया है। मोइत्रा ने कहा कि सरकार की ओर से उनके कारोबार को बंद करने की धमकी के बाद उन्होंने इस तरह की बयानबाजी की है।
बताया जा रहा है कि एक हस्ताक्षरित हलफनामे में हीरानंदानी ने स्वीकार किया है कि अडानी को निशाना बनाने के लिए मोइत्रा का इस्तेमाल किया गया था। दर्शन ने कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल पूछने के लिए सांसद के संसदीय लॉगिन का उपयोग किया। दर्शन हीरानंदानी ने दावा किया कि महुआ ने सवाल पूछने के बदले काफी मांगे रखीं थीं। इन मांगों में लग्‍जरी आइटम, दिल्ली में उनके आवंटित बंगले के रेनोवेशन में सहायता, सफर और छुट्टियों का खर्च भी शामिल थीं। इसके अलावा महुआ ने भारत के भीतर और दुनिया के अलग-अलग हिस्‍सों में यात्राओं के लिए लॉजिस्टिकल मदद भी ली गई थी।
उल्लेखनीय है कि गोड्डा से भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से महुआ मोइत्रा की शिकायत की थी। उन्होंने आरोपों की जांच के लिए एक जांच समिति गठित करने के लिए लिखा था। उन्होंने जय अनंत देहाद्राई नाम के वकील के पत्र का हवाला देते हुए उन्होंने दावा किया था कि संसद में प्रश्न पूछने के लिए महुआ मोइत्रा और बिजनेस टाइकून दर्शन हीरानंदानी के बीच रिश्वत लेन-देन के अकाट्य सबूत हैं।
दुबे ने दावा किया, देहाद्राई ने रिसर्च के आधार पर निष्कर्ष निकाला है कि मोइत्रा की ओर से हाल ही में पूछे गए 61 सवालों में से 51 हीरानंदानी और उनकी कंपनी के व्यावसायिक हितों की रक्षा के लिए थे। उन्होंने यह भी दावा किया कि व्यापारिक समूह के साथ अपनी साठगांठ की आड़ में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को निशाना बनाया। देहाद्राई ने प्रासंगिक कागजात संलग्न करके अपने आरोपों का समर्थन किया था जो लोकसभा सचिवालय के साथ साझा किए गए थे।
दर्शन हीरानंदानी के आरोपों पर महुआ मोइत्रा ने प्रतिक्रिया कहा है कि सरकार ने दर्शन हीरानंदानी के सिर पर बंदूक रखकर उनका कारोबार बंद करने की धमकी दी। उन्हें सीबीआई या आचार समिति की ओर से नहीं बुलाया गया है। वह इसे अपने आप क्यों लिखेंगे? पीएम मोदी ने उन्हें और उनके पिता के कारोबार को बंद करने की धमकी दी है। मोइत्रा ने कहा कि हर राज्य में उनका (हीरानंदानी) भारी निवेश है। उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर किया गया।

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