लाहौर। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंज़माम-उल-हक़ ने भारत के महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर पर तीखा हमला बोला है। यह प्रतिक्रिया तब आई जब गावस्कर ने हाल ही में कहा कि पाकिस्तान की मौजूदा टीम भारत की बी टीम से भी नहीं जीत सकती।
दो हफ्ते पहले चैंपियंस ट्रॉफी में भारत ने पाकिस्तान को 6 विकेट से हराया था। इस जीत के बाद गावस्कर ने दोनों टीमों के बीच गुणवत्ता के अंतर को उजागर करते हुए कहा कि भारत की दूसरी श्रेणी की टीम भी पाकिस्तान पर भारी पड़ सकती है।
हालांकि, पाकिस्तान के पास अब भी हेड-टू-हेड रिकॉर्ड में बढ़त है, लेकिन वे भारत से पिछले छह अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में लगातार हार चुके हैं।
गावस्कर की इस टिप्पणी से नाराज़ होकर इंज़माम ने एक टीवी चैनल पर कहा:
“भारत ने अच्छा खेला और जीता, लेकिन श्रीमान गावस्कर को आंकड़ों पर भी नज़र डालनी चाहिए। एक बार उन्होंने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ खेलने से बचने के लिए शारजाह छोड़ दिया था। वो हमसे बड़े हैं, हमारे सीनियर हैं, हम उनका बहुत सम्मान करते हैं, लेकिन किसी देश के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना शोभा नहीं देता। अपनी टीम की तारीफ़ जितनी चाहे करें, लेकिन दूसरों की बेइज़्ज़ती नहीं करनी चाहिए।”
इंज़माम ने आगे कहा, “उन्हें आंकड़ों की तरफ देखने के लिए कहिए, तब उन्हें पाकिस्तान की असली स्थिति समझ आएगी। मुझे बहुत दुख हुआ कि उन्होंने ऐसा बयान दिया। वो एक महान खिलाड़ी थे और बहुत सम्मानित भी, लेकिन ऐसी बातों से वे अपनी विरासत को ही नीचा दिखा रहे हैं। उन्हें अपनी ज़बान पर काबू रखना चाहिए।”
गावस्कर ने क्या कहा था?
गावस्कर ने अपने बयान में कहा था, “मुझे लगता है कि भारत की बी टीम निश्चित तौर पर पाकिस्तान को कड़ी टक्कर दे सकती है। सी टीम के बारे में पक्का नहीं कह सकता, लेकिन बी टीम को हराना पाकिस्तान के लिए बहुत मुश्किल होगा, खासकर मौजूदा फॉर्म में।”
इस बयान से विवाद पैदा हुआ और पाकिस्तान के पूर्व कोच जेसन गिलेस्पी ने भी इसे ‘बेवकूफी भरा बयान’ बताया।
पाकिस्तान के लिए चैंपियंस ट्रॉफी कैसा रहा?
पाकिस्तान के लिए इस बार की चैंपियंस ट्रॉफी खास मायने रखती थी क्योंकि यह 29 वर्षों के बाद उनकी मेज़बानी में आयोजित पहला ICC टूर्नामेंट था। इससे पहले 1996 वर्ल्ड कप में उन्होंने सह-आयोजन किया था।
हालांकि, यह टूर्नामेंट पाकिस्तान के लिए निराशाजनक रहा — टीम सेमीफाइनल तक नहीं पहुंच पाई, क्योंकि उन्हें भारत और न्यूज़ीलैंड से हार मिली और बांग्लादेश के खिलाफ़ मैच रावलपिंडी में बारिश के कारण रद्द हो गया।
टेक्निकली, पाकिस्तान ने अपने घरेलू मैदान पर केवल एक ही मैच खेला — 19 फरवरी को लाहौर में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ टूर्नामेंट ओपनर।