गाजा पट्टी में हमास और इजरायल के बीच चल रही जंग के बीच सीजफायर को लेकर मांग तेज होती जा रही है। इसको लेकर फ्रांस और जॉर्डन में अनोखे अंदाज में प्रदर्शन किया गया। लेकिन हमास ने साफ कर दिया है कि जबतक युद्ध बंद नहीं हो जाता तब तक बंधकों की रिहाई मुमकिन नहीं है। दूसरी तरफ इजरायल भी पीछे हटने के तैयार नहीं है।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि जब तक हमास का पूरी तरह सफाया नहीं हो जाता, उनकी सेना वापस नहीं आएगी। इजरायली सेना भी हमास की कमर तोड़ने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। ताजा घटनाक्रम में आईडीएफ ने हमास के एक प्रमुख फाइनेंसर को मार गिराया है।
इजरायली डिफेंस फोर्सेस ने दावा किया है कि उसके जवानों ने हमास के प्रमुख फाइनेंसर सुभी फरवाना को एक हमले में मार गिराया है। फरवाना अपने भाइयों के साथ मिलकर हमास की मिलिट्री विंग और उनके लड़ाकों की सैलरी के लिए करोड़ों रुपए देता था। उसकी कंपनी ‘हैमसैट’ के जरिए ये फंड हमास को मुहैया कराया जाता था।
इसके साथ आईडीएफ का कहना है कि आईडीएफ, आईएसए सहित उसकी सेना हमास की फंडिंग लाइफलाइन को खत्म करने के अपने प्रयास को इसी तरह से जारी रखेंगे। इसी के तहत सोमवार को सर्च ऑपरेशन के दौरान आईडीएफ को एक हमास कमांडर के घर से पैसों का भंडार मिला था। बरामद की गई रकम 10 लाख डॉलर यानी 9 करोड़ रुपए के आसपास है।
इजरायली सेना की सैन्य कार्रवाई तेज
पिछले 24 घंटे के अंदर इजरायली सेना ने अपनी सैन्य कार्रवाई तेज कर दी है। इस दौरान आईडीएफ ने खान यूनिस में कई आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। एक आतंकवादी ने एंटी-टैंक आरपीजी मिसाइलें दागीं, लेकिन समय रहते ही उसे मार गिराया गया। शेजैया में एक स्कूल के पास एक मेडिकल क्लिनिक में रखे गए भारी मात्रा में विस्फोटक उपकरण बरामद किए गए। इसके साथ इजरायली सैनिकों ने साउथ गाजा में समुद्र तट के पास एक सुरंग शाफ्ट को नष्ट कर दिया। यहां से निकलकर एक इमारत की तरफ भाग रहे आतंकियों पर वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने बमबारी की, जिसमें कई आतंकी हताहत हुए हैं। इजरायली नौसेना भी हमास के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है।
हमास अधिकारी ओसामा हमदान ने किया ऐलान
गाजा में पिछले 72 दिनों से ज्यादा वक्त से संघर्ष जारी है। इस बीच एक हफ्ते का संघर्ष विराम हुआ था। इसमें 105 बंधक रिहा किए गए थे। वहीं हमास ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें तीन इजरायली बंधक रिहाई की गुहार लगा रहे हैं। हालांकि हमास के अधिकारी ओसामा हमदान ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक इजरायल गाजा पर युद्ध बंद नहीं कर देता तब तक कोई भी बातचीत नहीं होगी। ओसामा ने कहा, ‘हम एक बार दोहरा रहे हैं कि बंधकों की अदला-बदली पर तब तक कोई बातचीत नहीं होगी जब तक इजराइली आक्रामकता पूरी तरह से बंद नहीं हो जाती। इसके बदले में हम कतर और मिस्र के भाइयों की ओर से इस आक्रामकता को रोकने के उद्देश्य से किसी भी पहल के लिए तैयार हैं।’
अमेरिकी अपील को दरकिनार कर रहा इजरायल
सीजफायर के लिए अमेरिका और कुछ यूरोपीय देशों की तरफ से दबाव बढ़ता जा रहा है। इस बीच इजरायल के तेल अवीव में ज्वाइंट कांफ्रेंस में अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने गाजा के नागरिकों को नुकसान कम पहुंचने पर जोर दिया। हालांकि इस बीच गाजा पर इजरायली हमला जारी है। मरने वालों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। करीब 20 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। 50 हजार से ज्यादा घायल हैं। करीब 20 लाख से ज्यादा लोग बेघर हैं। जो राहत सामाग्री की कमी से भी जूझ रहे हैं। लेकिन सीजफायर फिर से हो सकेगा इसके आसार फिलहाल नजर नहीं आ रहे हैं। क्योंकि इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में कहा था कि हमास के सफाए के बाद ही जंग रुकेगी।
हमास कमांडर के घर में मिला पैसों का भंडार
आईडीएफ ने दावा किया है कि सर्च ऑपरेशन के दौरान हमास के एक बड़े कमांडर के घर से पैसों का भंडार मिला है। बरामद की गई रकम 10 लाख डॉलर से भी ज्यादा है। तलाशी के वक्त उस घर में कोई मौजूद नहीं था। ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि हमास कमांडर अपने परिवार के साथ गाजा की जमीन में बने सुरंगों में जाकर छिप गया होगा। इजरायल का कहना है कि जिन पैसों को अंतरराष्ट्रीय समुदाय की तरफ से गाजा के नागरिकों की सुविधाओं के लिए दिया जा रहा है, उसे हमास अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल कर रहा है। इससे पहले रविवार को इजरायली सेना ने हमास के सबसे बड़े टनल नेटवर्क का पर्दाफाश किया था। इस सुरंग का इस्तेमाल हमास के आतंकी कर रहे थे।
इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद पर सवाल
चार किलोमीटर में फैले टनल नेटवर्क का एंट्री गेट इरेज क्रॉसिंग से केवल 400 मीटर की दूरी पर स्थित है। आईडीएफ का कहना है कि गाजा में युद्ध शुरू होने से पहले यहां हमास के लोग थे। लेकिन जंग शुरू होने के बाद से सिनवार और दूसरे सीनियर कमांडर इस सुरंग में नहीं आए, लेकिन हमास के लड़ाके इस सुरंग का इस्तेमाल कर रहे थे। इस सुरंग का एक दरवाजा इरेज क्रॉसिंग से महज 400 मीटर की दूरी पर खुलता है। इरेज क्रॉसिंग गाजा और इजरायल को जोड़ने वाला बॉर्डर है। ऐसे में इजरायली की खुफिया एजेंसी मोसाद पर सवाल उठाने लगे हैं कि इतने लंबे समय से मौजूद इस सुरंग को वो पता लगाने में विफल कैसी रही। कहा जा रहा है कि 7 अक्टूबर को भी हमास ने इस सुरंग का इस्तेमाल किया था।