गाजा में इजराइली बमबारी के बाद से 20 हजार फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिसमें आठ हजार बच्चे और 6200 महिलाएं शामिल हैं। हमास की कैद में दर्जनों इजराइली बंधक होने के बावजूद इजराइल अंधाधुन बम बरसा रहा है। उत्तरी गाजा से शुरू हुआ एयर स्ट्राइक दक्षिणी गाजा तक पहुंच गया है। इस बीच ग्राउंड अटैक में भी तेजी आई है। हर तरफ तबाही-चीख-पुकार मची है।
युद्ध विराम को लेकर यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल में एक अहम वोटिंग होनी थी लेकिन अमेरिका के बार-बार वीटो करने के चलते इसे टालना पड़ा। अब तक तीन बार युद्धविराम को लेकर होने वाली मीटिंग और वोटिंग को टाला गया है। अमेरिका इजराइल को लगातार हथियारों की सप्लाई कर रहा है। हमास के 7 अक्टूबर के हमले में मारे गए 1200 लोगों में कुछ अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे।
अमेरिका कर रहा अपील लेकिन ग्राउंड पर बेअसर
बंधकों की रिहाई के लिए इजराइल और हमास के बीच सात दिनों का युद्धविराम भी हुआ लेकिन 1 दिसंबर को इसकी समाप्ती के बाद से इजराइल की तरफ से बमबारी में और तेजी लाई गई है। इजराइली सेना पहले उत्तरी गाजा में ही टैंकों के साथ घुसपैठ की थी लेकिन अब वे दक्षिण की तरफ भी बढ़ रहे हैं। बमबारी के बीच अमेरिका लगातार हताहतों को कम करने की अपील कर रहा है लेकिन इजराइली सेना पर इसका कोई असर नहीं है।
घनी आबादी वाले इलाके में बमबारी
उत्तरी गाजा में बुधवार को बमबारी जारी रही, जहां जबालिया शरणार्थी कैंप पर हमले में 46 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए। उत्तर से अपना घर छोड़ दक्षिण गए फिलिस्तीनी भी सुरक्षित नहीं हैं। इजराइली सेना ने रफा क्रॉसिंग के आसपास स्थित एक अस्पताल के पास हमला किया, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई। एयर स्ट्राइक उन इलाकों में भी किया जा रहा है, जहां घनी आबादी रहती है।
यूएनएससी में आज फिर वोटिंग
यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल की तरफ से लगातार कोशिश है कि गाजा में मानवीय स्तर पर युद्धविराम हो, ताकि लोगों तक खाना-पानी पहुंचाया जा सके। कोशिश थी कि इस मामले पर फिर से वोटिंग हो, लेकिन अमेरिका के वीटो की वजह से इसे स्थगित कर दिया गया था। आज इस मुद्दे पर यूएनएससी में वोटिंग की उम्मीद है, और संभावना है कि अगर अमेरिका फिर से वीटो नहीं करता है, तो गाजा में मानवीय युद्धविराम लागू करने पर आगे सहमति बन सकती है।