अगले चुनाव में भाजपा के लिए आत्मघाती होगा यह कदम
जयपुर। गहलोत सरकार के पास बहुमत का जादुई आंकड़ा आने के बावजूद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विरोधियों के प्रति तेवर नरम नहीं पड़ रहे हैं। सोमवार को गहलोत ने फिर से भाजपा और सचिन पायलट पर निशाना साधा और भाजपा को चेता दिया है कि आगे आने वाले चुनावों में भाजपा के लिए यह आत्मघाती कदम होगा।
गहलोत ने कहा कि उनकी पार्टी के लोग समझ गए हैं। उनके 40 से ज्यादा नेताओं ने पार्टी को बता दिया है कि कांग्रेस के कुछ नेताओं के साथ मिलकर उनका यह कदम भाजपा की प्रेदश में भविष्य की राजनीति के लिए आत्मघाती साबित होगा।
चाहे वह वसुंधरा राजे सिंधिया का नाम सुनते हैं, कैलाश मेघवाल का नाम सुनते हैं वह कह रहे हैं कि पहले भी हॉर्स ट्रेडिंग कराई गई थी, लेकिन नतीजा क्या निकला। भाजपा का प्रदेश नेतृत्व केंद्रीय नेतृत्व को इंप्रेस करने के लिए यह नाटक कर रहा है, जो सबके सामने आ गया है।
गहलोत के इस बयान पर कहा जा रहा है कि अब प्रदेश भाजपा में भी दो फाड़ होने का समय आ गया है। यदि उनकी सरकार अब किसी संकट में आती है तो भाजपा में भी एक गुट बगावत कर उनके साथ आ सकता है। गहलोत ने जिस आत्मविश्वास के साथ यह बात बोली है, उससे लगता है कि भाजपा में दो फाड़ कराने की पूरी तैयारी हो चुकी है।
सचिन पायलट पर सीधा निशाना साधते हुए गहलोत ने कहा कि 25 साल के युवक को कांग्रेस ने सांसद बनाया। उसे केंद्रीय मंत्री बना दिया गया। बाद में उसे प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया, उसने पार्टी की पीठ में छुरा घोंप दिया। छह साल तक आपने कोई ऐसी खबर नहीं पढ़ी होगी कि किसी ने कहा हो पायलट साहब को पद से हटाना चाहिए। हम जानते थे कि वह निकम्मा है, नाकारा है, कुछ काम नहीं कर रहा है, खाली लोगों को लड़वा रहा है।