शहर के सफाईकर्मियो ने मृतका को दी श्रद्धांजलि
जयपुर। हाथरस में दलित युवती के साथ हुई घटना के विरोध में गुरुवार को राजस्थान में भी सियासत गर्म रही। कांग्रेस की ओर से जहां विरोध में धरने प्रदर्शन किए, वहीं दूसरी ओर भाजपा की ओर से बारां का मामला उठा कर सरकार को घेरने की कोशिश की गई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से ट्वीट कर हाथरस की घटना को बारां की घटना से जोड़ने की निंदा की गई।
पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए जा रहे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने के विरोध में सरकार के मंत्री और कांग्रेसी कार्यकर्ता धरने पर आ गए।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ महेश जोशी, मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, रघु शर्मा और ममता भूपेश ने अम्बेडकर सर्किल पर धरना दिया। इस दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। धरने पर मौजूद सभी लोगों ने उत्तर प्रदेश सरकार की कार्रवाई का विरोध किया और इसे लोकतंत्र की हत्या बताया। महिला कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से सांगानेर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंका गया और प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
इस दौरान पूरे प्रदेश में अलग-अलग शहरों में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से विरोध प्रदर्शन किए गए। साथ में वाल्मिकी समाज की ओर से भी हाथरस घटना के विरोध में धरने प्रदर्शन आयोजित किए गए।
जयपुर में नगर निगम में कार्यरत सफाईकर्मियों ने हाथरस घटना के विरोध में काम बंद रखा। सभी सफाईकर्मी संयुक्त वाल्मिकी सफाई श्रमिक संघ और जयपुर शहर वाल्मिकी पंच कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में एकत्रित होकर नगर निगम मुख्यालय पहुंचे और हाथरस हत्याकांड के दोषियों को फांसी की सजा की मांग की। इस दौरान मृतका को श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई। सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने अपनी मांगों के ज्ञापन राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उत्तरप्रदेश व राजस्थान के मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया।