हिंदी सिनेमा से एक बुरी खबर सामने आ रही है। चार दशक से ज्यादा फिल्मी दुनिया में अपने अभिनय का जादू चलाने वाले अभिनेता जूनियर महमूद नहीं रहे। 67 साल की उम्र में अभिनेता ने आखिरी सांस ली है। वह पिछले कुछ समय से पेट के कैंसर से जूझ रहे थे।
जूनियर महमूद का हुआ निधन
जूनियर महमूद के नाम से मशहूर नईम सैय्यद पेट के कैंसर से जूझ रहे थे। उनका चैथा स्टेज चल रहा था और हालत काफी गंभीर थी। कल रात करीब 2 बजे वह इस दुनिया को अलविदा कह गए। अभिनेता के निधन से सिनेमा जगत को गहरा झटका लगा है। जूनियर महमूद के निधन की पुष्टि उनके एक फ्रेंड ने की है। उनका अंतिम संस्कार आज दोपहर की प्रार्थना के बाद सांताक्रूज कब्रिस्तान में किया जाएगा।
18 दिन पहले फोर्थ स्टेज कैंसर का चला था पता
जूनियर महमूद की फैमिली ने निधन की पुष्टि की और बताया कि फोर्थ स्टेज कैंसर की वजह से वह किस दर्द से गुजरे। महमूद के बेटे हुस्नेन ने कहा, ‘हमें उनके चैथे स्टेज के पेट के कैंसर के बारे में 18 दिन पहले ही पता चला था। हम उन्हें टाटा मेमोरियल अस्पताल ले गए। वहां के डीन ने हमें बताया कि इस स्तर पर उपचार और कीमोथेरेपी बहुत दर्दनाक होगी। अस्पताल ने सुझाव दिया था कि हम घर पर ही उनकी देखभाल करें।’
चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में शुरू किया करियर
जूनियर महमूद ने चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने चार दशक के करियर में सात भाषाओं में 250 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। वह राजेश खन्ना से लेकर अमिताभ बच्चन और राज कपूर जैसे सुपरस्टार्स के साथ स्क्रीन शेयर कर चुके हैं। जूनियर महमूद की फिल्मों की लिस्ट में ‘मेरा नाम जोकर’, ‘कारवां’, ‘हाथी मेरे साथी’, ‘मोहब्बत जिंदगी है’, ‘नौनिहाल’, ‘हरे रामा हरे कृष्णा’, ‘बाप नंबरी बेटा 10 नंबरी’ समेत कई ब्लॉकबस्टर शामिल हैं।