संभल। उत्तर प्रदेश के संवेदनशील शहर संभल में 14 मार्च को हिंदू समुदाय के लोग दोपहर 2:30 बजे तक होली खेलेंगे, जबकि मुस्लिम समुदाय 2:30 बजे के बाद जुमा की नमाज अदा करेगा। यह जानकारी एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दी।
होली और रमज़ान के पहले जुमे के एक ही दिन पड़ने को देखते हुए प्रशासन ने प्रांतीय सशस्त्र बल (PAC) की सात कंपनियां तैनात की हैं। यह निर्देश एक दिन बाद आया जब एक सर्कल अधिकारी (CO) ने विवादित बयान देते हुए कहा कि “होली साल में एक बार आती है, जबकि जुमा की नमाज साल में 52 बार होती है। जो लोग होली के रंगों से असहज महसूस करते हैं, उन्हें उस दिन घर के अंदर रहना चाहिए।” इस बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया था।
शहर में शांति, पुलिस ने बढ़ाई चौकसी
संभल के पुलिस अधीक्षक (SP) कृष्ण कुमार ने शुक्रवार को बताया कि जिले में पूर्ण शांति बनी हुई है और मोहल्ला स्तर पर शांति समिति की बैठकें आयोजित की जा रही हैं।
जब उनसे शांति समिति की बैठक में हुई चर्चा के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बताया, “जिले में दोनों समुदायों के प्रमुख लोगों से बातचीत के बाद यह निर्णय लिया गया कि हिंदू समुदाय के लोग दोपहर 2:30 बजे तक होली खेलेंगे और उसके बाद अपने घर चले जाएंगे, जबकि मुस्लिम समुदाय के लोग 2:30 बजे के बाद जुमा की नमाज अदा करेंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि संभल पुलिस सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रख रही है और लोगों को किसी भी तरह की अफवाहों पर विश्वास नहीं करना चाहिए।
पुलिस-प्रशासन ने उठाए सुरक्षा कदम
SP कृष्ण कुमार ने बताया कि पुलिस चौकियों का निरीक्षण किया जा रहा है। सत्यव्रत पुलिस चौकी पर एंटीना लगाया गया है और वहां जिला नियंत्रण कक्ष (डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम) स्थापित किया जा रहा है, क्योंकि यह स्थान ऊंचाई पर स्थित है।
उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा, “अगर कोई अफवाह फैलती है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें, ताकि समय रहते उसे खारिज किया जा सके। मैं सभी से अपील करता हूं कि किसी भी तरह की अफवाह पर विश्वास न करें।”
शहर को छह जोन और 29 सेक्टरों में बांटा गया
संभल के जिलाधिकारी (DM) राजेंद्र पेन्सिया ने बताया कि शहर को छह ज़ोन और 29 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। हर सेक्टर में मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि थाना और जिला स्तर पर शांति समिति की बैठकें आयोजित की गई हैं। जब उनसे पूछा गया कि होली के दौरान मस्जिदों पर तिरपाल लगाया जाएगा या नहीं, तो उन्होंने कहा, “हमारी तरफ से ऐसी कोई योजना नहीं है। यदि दोनों पक्ष आपसी सहमति से ऐसा करना चाहें, तो कर सकते हैं। दोनों पक्षों ने आश्वासन दिया है कि वे परस्पर सहयोग, सौहार्द और शांति के साथ दोनों त्योहार मनाएंगे।”
CO के बयान पर विपक्ष ने जताई नाराजगी
गुरुवार को संभल में तैनात एक पुलिस अधिकारी ने कहा था, “होली एक ऐसा पर्व है, जो साल में केवल एक बार आता है, जबकि जुमा की नमाज हर साल 52 बार होती है। यदि किसी को होली के रंगों से दिक्कत है, तो उसे उस दिन घर में ही रहना चाहिए। जो बाहर निकलेंगे, उन्हें खुले मन से त्योहार मनाना चाहिए, क्योंकि त्योहार साथ मिलकर मनाने के लिए होते हैं।”
CO अनुज चौधरी ने यह भी कहा कि शांति बनाए रखने के लिए कड़े सुरक्षा उपाय किए गए हैं और प्रशासन पिछले एक महीने से शांति समिति की बैठकें आयोजित कर रहा है।
सभी से एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करने की अपील
उन्होंने दोनों समुदायों से अपील की कि वे एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करें और होली के दौरान जबरदस्ती किसी पर रंग न लगाएं।
उन्होंने कहा, “जिस तरह मुसलमान ईद का बेसब्री से इंतजार करते हैं, उसी तरह हिंदू होली का इंतजार करते हैं। लोग रंग लगाकर, मिठाइयां बांटकर और खुशियां साझा कर होली मनाते हैं।”
“इसी तरह, ईद के दिन लोग खास पकवान बनाते हैं और गले मिलकर खुशियां मनाते हैं। दोनों त्योहारों की आत्मा आपसी सद्भाव और सम्मान में निहित है।”
CO चौधरी के इस बयान के बाद विपक्षी दलों ने आलोचना करते हुए कहा कि यह बयान प्रशासनिक पूर्वाग्रह को दर्शाता है और किसी अधिकारी को इस तरह की टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।