जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने पिछले दो साल में कई बड़े फैसले लिए हैं। हमारा प्रयास है कि राजस्थान खेलों में राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान कायम करे। उन्होंने अधिकारियों को खेल प्रशिक्षकों की सेवाएं लेने के लिए सेवा नियम बनाने के निर्देश दिए। इसके बाद प्रदेश में करीब 500 बेहतरीन खेल प्रशिक्षकों की सेवाएं ली जा सकेंगी।
गहलोत मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास पर खेल एवं युवा मामलात विभाग की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि खेलों को लेकर की गई बजट घोषणाओं को जल्द पूरा करने का प्रयास करें, ताकि खिलाड़ियों को समय पर इनका समुचित लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि राज्य की खेल प्रतिभाओं में राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उम्दा प्रदर्शन की क्षमता मौजूद है। आवश्यकता है कि उन्हें अच्छा प्रशिक्षण, आवश्यक सुविधाएं और आगे बढ़ने के अवसर मिलें। ऐसे प्रयास करें जिससे गांव और कस्बों तक खेलों के प्रति युवाओं का रूझान बढ़े। उन्हें स्कूल स्तर से ही खेलों की बेहतरीन कोचिंग मिले।
गहलोत ने जयपुर में एसएमएस एवं विद्याधर नगर स्टेडियम तथा जगतपुरा शूटिंग रेंज में विकास कार्यों की आवश्यकताओं, अन्य शहरों और गांव स्तर तक खेल सुविधाओं के विकास के बारे में प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने युवाओं को सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ाने और निरन्तर नया करने की प्रेरणा देने के लिए वर्चुअल माध्यम से यूथ मॉटिवेशन प्रोग्राम आयोजित करने के निर्देश भी दिए।
खेल एवं युवा मामलात राज्यमंत्री अशोक चांदना ने कहा कि पिछले वर्ष हुए राज्य खेलों के आयोजन में 8 हजार खिलाड़ियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया। इससे राजस्थान में खेलों के विकास के लिए अच्छा माहौल तैयार हुआ है। इस क्रम को आगे बढ़ाते हुए गांव एवं ब्लॉक स्तर पर भी खेलों के आयोजन किए जाएंगे। पदक विजेताओं को प्रोत्साहन राशि में वृद्धि, आउट ऑफ टर्न नियुक्ति और अन्य खिलाड़ियों को नौकरियों के लिए आरक्षण के नियमों में सरलीकरण से खेलों के प्रति युवाओं का रूझान बढ़ा है।
शासन सचिव खेल एवं युवा मामलात दिनेश कुमार यादव ने विभाग के प्रस्तुतीकरण में बताया कि प्रदेश के खिलाड़ियों ने बीते वर्ष गुवाहटी में हुए राष्ट्रीय खेलों में 11वां स्थान हासिल किया। जापान में प्रस्तावित ओलम्पिक एवं पैरालम्पिक खेलों में भी राजस्थान के 9 खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए चयनित हुए हैं। राज्य सरकार द्वारा खिलाड़ियों को विभिन्न स्तर पर प्रोत्साहन राशि के रूप में 26.53 करोड़ रुपए की राशि वितरित की गई है।