हिज़बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान ने इजरायल पर भारी हमला किया है। मंगलवार को ईरान ने 180 से 200 हाई-स्पीड बैलिस्टिक मिसाइलें इजरायल की ओर दागीं, जिनका उद्देश्य इजरायल को भारी नुकसान पहुंचाना था। इजरायल के विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि ईरान के हमलों में एक व्यक्ति की जान गई है। इजरायल ने इन हमलों के बाद ईरानी शासन को वैश्विक शांति के लिए खतरा करार देते हुए जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है। माना जा रहा है कि इजरायल द्वारा ईरान की परमाणु सुविधाओं और तेल प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया जा सकता है।
हालांकि, रिपोर्टों के अनुसार, ईरान का यह हमला ज़मीन पर लगभग असफल रहा। वेस्ट बैंक में एक व्यक्ति की मौत हुई, जबकि इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम ने अधिकांश मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया। कुछ मिसाइलों के टुकड़े ज़मीन पर गिरे, लेकिन ईरान के हमले को रोकने की इजरायल को भारी कीमत चुकानी पड़ी। इससे पहले, अप्रैल में भी ईरान ने सैकड़ों ड्रोन और मिसाइलों से इजरायल पर हमला किया था।
इस बार ईरान ने इजरायल पर हमला करने के लिए इमाद और गदर मिसाइलों का इस्तेमाल किया, जिनकी गति ध्वनि की रफ्तार से छह गुना अधिक है। ये मिसाइलें ईरान से इजरायल तक पहुंचने में केवल 12 मिनट लेती हैं, और इनकी रफ्तार 7400 किमी प्रति घंटा है। ईरान ने दावा किया कि इस बार उसने इससे भी तेज़ फतह-2 हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया, जिनकी गति 16000 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है।