भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक महत्वपूर्ण मिशन में 17 फरवरी को मौसम की सटीक जानकारी के लिए “नॉटी बॉय ” उपनाम वाले रॉकेट मौसम विज्ञान उपग्रह INSAT-3DS को जियोसिंक्रोनस लॉन्च वाहन (जीएसएलवी) पर अंतरिक्ष में लॉन्च किया।
इनसैट 4DS उपग्रह को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था। यह इसरो का इस साल का दूसरा सफल प्रक्षेपण है।इसे जीएसएलवी एफ14 रॉकेट की मदद से लॉन्च किया गया है। इसरो प्रमुख ने बताया कि, इसके सफल परिक्षण से आपदाओं की समय से पहले जानकारी मिल सकेगी। जिससे बचाव और राहत कार्यों में मदद मिलेगी
INSAT-3DS की खासियत
एक बार इन्सैट -3 डीएस चालू हो जाने के बाद, उपग्रह पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत सभी विभागों को सूचना और सेवाएं प्रदान करेगा। यह उपग्रह भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी), राष्ट्रीय समुद्र प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईओटी), राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र और हिंद राष्ट्रीय महासागर सूचना विभाग द्वारा आवश्यक विभिन्न प्रकार की मौसम जानकारी प्रदान करेगा। इस सैटेलाइट को अंतरिक्ष में ले जाने वाले रॉकेट की लंबाई महज 51.7 मीटर है।
मिशन की जानकारी देते हुए इसरो के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने कहा , “हमने 10 नवंबर, 2023 से INSAT-3DS परीक्षण करना शुरू किया। उपग्रह 6-चैनल इमेजर और 19-चैनल ध्वनि के माध्यम से मौसम संबंधी जानकारी प्रदान करेगा। उपग्रह का उपयोग अनुसंधान के लिए किया जाएगा। यह आपको आपदा के दौरान बचाव के लिए आवश्यक जानकारी भी प्रदान करेगा।”
इसरो प्रमुख ने जताई ख़ुशी
इसरो ने आज शाम 5.35 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) से इनसैट-3डीएस सैटेलाइट को लॉन्च किया है। उपग्रह के सफल परिक्षण के बाद इसरो प्रमुख एस सोमनाथ और अन्य वैज्ञानिकों ने एक दूसरे को बधाई दी। वही इस मौके पर इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा, मिशन जीएसएलवी-एफ14 इनसैट-3डीएस के सफल प्रक्षेपण की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। अंतरिक्ष यान ने बहुत अच्छी कक्षा में प्रवेश किया है। यान ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है।
A stellar achievement by @isro & @moesgoi!
Congratulations on the successful launch of GSLV-F14/INSAT-3DS Mission. This mission, funded by @moesgoi, will transform meteorological services, enhance weather forecasting & disaster preparedness, showcasing our commitment to further… pic.twitter.com/fcY3bTBff9— Office of Kiren Rijiju (@RijijuOffice) February 17, 2024