राजस्थान के कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के प्रमुख शासन सचिव (Principal Secretary) भास्कर ए सावंत ने आगामी 30 सितम्बर तक कुसुम योजना के तहत लक्षित सभी 25 हजार सोलर पम्प (solar pumps) के कार्यादेश (orders) जारी करने के लिए कहा है। सावंत बुधवार को जयपुर के पंत कृषि भवन में आयोजित बैठक में उद्यान विभाग की योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे।
प्रमुख शासन सचिव ने कहा कि गत बजट घोषणा के तहत राज्य में 25 हजार सोलर पम्प स्थापित किए जाने हैं। करीब 22 हजार पम्प लगाने के कार्यादेश जारी कर दिए हैं, शेष रहे 3 हजार पम्प के लिए भी नियत तिथि 30 सितम्बर से पहले कार्यादेश जारी करना सुनिश्चित करें। उन्होंने सूक्ष्म सिंचाई योजना की समीक्षा करते हुए प्राप्त आवेदनों का शीघ्र सत्यापन कर काश्तकारों को लाभान्वित करने के निर्देश दिये। उन्होंने सत्यापन के विलंबित मामलों की ज्यादा संख्या वाले जिलों को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए जिम्मेदार अधिकारियों को स्पष्टीकरण नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने इसमें प्रयुक्त सामग्री की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने एवं जांच के लिए नमूने लेने के निर्देश दिये।
मशरूम खेती के लिए प्रशिक्षण एवं स्पॉन की व्यवस्था करें
सावंत ने राज्य में मशरूम की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों के लिए प्रशिक्षण एवं स्पॉन (बीज) उपलब्ध कराने की योजना बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि मशरूम उत्पादन, स्पान तैयार करने एवं कम्पोस्ट इकाई के लिए 40 फीसदी अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने फर्टीगेशन, फोलियर उर्वरकीकरण एवं ऑटोमेशन का क्षेत्र बढ़ाने के लिए कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
प्रमुख शासन सचिव ने जन घोषणाओं की प्रगति, नये बगीचों की स्थापना, सूक्ष्म सिंचाई फंड के उपयोग, संरक्षित खेती सहित उद्यान विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा कर गति बढ़ाने के निर्देश दिये।
इस वर्ष 50 हजार सोलर पम्प लगाने का लक्ष्य
उद्यानिकी विभाग के आयुक्त अभिमन्यु कुमार ने विभागीय योजनाओं की प्रगति से अवगत कराते हुए बताया कि वर्ष 2020-21 की बजट घोषणा की अनुपालना में 25 हजार सोलर पम्प की प्रशासनिक स्वीकृति एवं 21 हजार 845 के कार्यादेश जारी किये गये हैं। इनमें से 18 हजार 808 पम्पों की आपूर्ति कर 17 हजार 530 पम्प स्थापित कर दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार से इस वर्ष 50 हजार सोलर पम्प लगाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इसके लिए केन्द्र सरकार के स्तर पर फर्म एम्पेनलमेंट का कार्य किया जा रहा है, तब तक पिछली एम्पेनल्ड फर्मों से 25 प्रतिशत सोलर पम्प स्थापित कराने के निर्देश प्राप्त हुए हैं, जिसके लिए कार्यवाही शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष डेढ़ लाख हेक्टेयर क्षेत्र में ड्रिप एवं फव्वारा सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने का लक्ष्य तय कर क्रियान्वयन किया जा रहा है।