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इटली की पीएम मेलोनी को गले लगाकर बुरे फंसे ऋषि सुनक! दोनों ने जारी की सफाई

इतालवी प्रधानमंत्री जाॅर्जिया मेलोनी को ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक के सबसे करीबी अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों में से एक माना जाता है। गुरुवार को जी7 नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए पुगलिया पहुंचने पर दोनों के गले मिलने की खूब चर्चा है। सोशल मीडिया पर इसकी चर्चा के बाद दोनों ही नेताओं ने इस पर अपनी ओर सफाई जारी की है।
इटली में चल रहे जी-7 समिट के दौरान दो नेताओं की मुलाकात दुनियाभर में चर्चा बटोर रही है। ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक और इटली की पीएम जार्जिया मेलोनी ने जिस तरह से एक दूसरे को गले लगाया, उससे दोनों ही असहज दिखे। मेलोनी ने सुनक का स्वागत करते हुए उनको गले लगाया और किस किया था, जिसे सोशल मीडिया ने अजीब करार दिया।
दोनों के बीच की मुलाकात का ये वीडियो सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा वायरल हो गया है। इस वीडियो पर बड़ी तादाद में प्रतिक्रियाएं मिलने के बाद दोनों नेताओं ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक संयुक्त पोस्ट करते हुए कहा कि दोनों देशों के लिए उनके दृष्टिकोण के साझा मूल्य उन्हें एकजुट करते हैं। इतालवी और अंग्रेजी भाषाओं में इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया कि बॉर्डर कंट्रोल और राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा ऐसे मुद्दे हैं, जो हमारी राजनीति को एकजुट करती है। यही दोनों देशों को भी एकजुट करती है। गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, ऋषि सुनक ने कहा है कि जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान दूसरे नेता उनको नजरअंदाज नहीं कर रहे हैं, क्योंकि उनकी जार्जिया मेलोनी के साथ मुलाकात कुछ अलग रही थी। मेलोनी के साथ मुलाकात के बाद इस तरह के दावे किए जा रहे थे कि सुनक से दूसरे नेता भी संभलकर मिल रहे है। सुनक ने इन सभी बातों को बेबुनियाद कहा है।
क्यों हो रही है सुनक-मेलोनी पर इतनी ज्यादा बात
सुनक और मेलोनी की गुरुवार को हुई मुलाकात के वीडियो में दोनों एक दूसरे से गले मिलते हुए और जोर से हंसते हुए बात करते दिख रहे हैं। मेलोनी इस दौरान उनसे पूछती हुई दिख रही हैं कि क्या आप ठीक हैं। एक तरफ ये वीडियो वायरल हुआ तो दूसरी ओर सुनक ने अपना पहला दिन जी7 के नेताओं के साथ बिना किसी औपचारिक द्विपक्षीय बैठक के समाप्त किया। इस पर कहा जाने लगा कि उनको दूसरे नेता नदरअंदाज कर रहे हैं।
इटली में जी-7 सम्मेलन के आउटरीच सेशन में हिस्सा लेने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आपुलिया पहुंचे हैं। भारत जी-7 का सदस्य नहीं है लेकिनआमंत्रित सदस्य के तौर पर समिट में हिस्सा ले रहा है। जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्त्ज, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, जापान के पीएम फुमियो किशिदा और ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक भी इटली में हैं। इस साल जी-7 समिट में रूस-यूक्रेन युद्ध, गाजा युद्ध, जलवायु परिवर्तन और प्रवासियों के मुद्दे चर्चा के केंद्र में हैं।

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