सीडीटीआई, जयपुर में जेल प्रशासन में वर्दीधारी महिलाओं के चतुर्थ राष्ट्रीय सम्मेलन का बीपीआरएंडडी द्वारा आयोजन किया गया। जिसमें जेल विभाग के महानिदेशक, अपर महानिदेशक, महानिरीक्षक, अधीक्षक, प्रहरी, विषय विशेषज्ञ, गैर सरकारी संस्थाओं के लगभग 100 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस सम्मेलन का शुभारंभ गृह राज्य मंत्री, भारत सरकार बंडी संजय कुमार द्वारा गुरुवार को किया गया था। सम्मेलन का समापन समारोह शुक्रवार को राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस मौके पर बैरवा ने कहा कि सरकार का उद्देश्य जेल प्रशासन में महिलाओं की भागीदारी को और मजबूत करना है ताकि समग्र सुधारात्मक प्रणाली का विकास हो सके।
सम्मेलन के दौरान महत्वपूर्ण योजनाएं प्रस्तुत की गई जो भविष्य में जेलों में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगी। महानिदेशक बीपीआरएंडडी राजीव शर्मा ने बताया कि इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य जेल प्रशासन में वर्दीधारी महिलाओं के महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित करना और उनके समक्ष आने वाली चुनौतियों पर चर्चा करना था।
सीडीटीआई के निदेशक डॉ अमनदीप सिंह कपूर ने बताया कि सम्मेलन के दौरान जेल अधिकारियों को अपने अनुभव साझा करने, नई नीतियों पर विचार विमर्श करने और जेल प्रणाली को और अधिक समावेशी एवं प्रभावी बनाने के लिए रणनीतियों पर चर्चा करने का अवसर मिला। इस सम्मेलन में देशभर के प्रख्यात विषय विशेषज्ञों द्वारा महत्वपूर्ण विषयों पर प्रकाश डाला गया। यह सम्मेलन जेल प्रशासन में महिलाओं के योगदान को सम्मानित करने के साथ साथ उनके समक्ष आने वाली चुनौतियों को समझने और उनके समाधान के उपाय तलाशने का एक महत्वपूर्ण प्रयास था।
इस समारोह में महानिदेशक बीपीआरएंडडी राजीव शर्मा, महानिदेशक जेल उत्तरप्रदेश पीवी राम शास्त्री व महानिरीक्षक, बीपीआरएंडडी श्रीमती रेखा लोहानी ने महत्वपूर्ण विषयों पर अपने अनुभव साझा किए।