कोरोना काल में महंगाई बढ़ती जा रही है और ऐसे में राजस्थान सरकार ने वर्ष 2021-22 के बजट में फल व सब्जी मंडी के आढ़तियों की आढ़त में एक फीसदी की कमी कर दी है। इसके विरोध में जयपुल, फल व सब्जी थोक विक्रेता संघ ने रविवार, 14 मार्च को मंडी बंद रखने का फैसला किया है।
कोरोना काल और महंगाई
उल्लेखनीय है कि राजस्थान सरकार ने वर्ष 2021-22 के बजट प्रस्तावों के दौरान फल व सब्जी की आढ़त 6 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दी है। जयपुल, फल व सब्जी थोक विक्रेता संघ के अध्यक्ष राहुल तंवर का कहना है कि कोरोना काल में व्यापारियों की आय पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। महंगाई लगातार बढ़ रही है और आम आदमी के साथ व्यापारियों की आय में लगातार कमी हो रही है और खर्च बढ़ रहे हैं। इन परिस्थितियों के मद्देनजर फल व सब्जी पर आढ़त को एक फीसदी घटाना किसी भी लिहाज से उचित नहीं कहा जा सकता है।
आढ़त में कमी को वापस ले सरकारः तंवर
तंवर ने राजस्थान सरकार से आग्रह किया कि वह फल व सब्जियों पर आढ़त वापस छह फीसदी की जाए। बीते 23 वर्षों से व्यापारी आढ़त के इसी स्तर पर कारोबार करते रहे हैं। यदि एक फीसदी की कमी को लागू किया गया तो व्यापारियों की कमर ही टूट जायेगी। तंवर ने कहा कि राज्य सरकार को आढ़त में की गयी कमी को वापस लेने पर विचार करना चाहिए। अब केवल जयपुर ही नहीं अन्य जिलों की मंडियों में राज्य सरकार के फैसले के विरोध शुरू हो गया है और वे भी जयपुर की फल-सब्जी मंडी के समर्थन में एकजुट हो रहे हैं।
16 मार्च तय होगी आगे की रणनीति
उन्होंने बताया कि फिलहाल सरकार को चेतावनी देने के उद्देश्य से जयपुर, फल व सब्जी थोक विक्रेता संघ की ओर से रविवार, 14 मार्च को एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल रखी गयी है। सरकार का हठी रवैया जारी रहता है तो इस हड़ताल के बाद आगे की रणनीति तय की जायेगी।