जयपुर नगर निगम हेरिटेज में मेयर मुनेश गुर्जर के निलंबन के 24 घंटे बाद, कांग्रेस के 8 पार्षद बिना शर्त भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। बीजेपी ने औपचारिक रूप से इन पार्षदों को पार्टी में शामिल कर लिया और कुसुम यादव को कार्यवाहक मेयर के रूप में नियुक्त किया, जिनका कार्यकाल दो महीने का होगा। कांग्रेस के करीब एक दर्जन पार्षद मेयर मुनेश गुर्जर की कार्यशैली से नाराज़ होकर भाजपा नेताओं के संपर्क में थे। इनमें सिविल लाइंस, आदर्श नगर और किशनपोल विधानसभा क्षेत्र के पार्षद शामिल हैं।
मेयर से परेशान पार्षद उन्हें हटाने की मांग कर रहे थे। कुछ कांग्रेसी पार्षदों ने 21 सितंबर को प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ से अनौपचारिक मुलाकात के बाद 8 पार्षदों ने भाजपा में शामिल होने का फैसला किया। इन पार्षदों ने बिना शर्त भाजपा में शामिल होने का समर्थन पत्र भी सौंपा, जिसमें प्रमुख नामों में मनोज मुद्गल, उत्तम शर्मा, ज्योति चौहान, सुशीला देवी, अरविंद मीठी, मोहम्मद जकरिया, पारस जैन और संतोष कंवर शामिल थे।
मनोज मुद्गल ने बताया कि मेयर ने नगर निगम को भ्रष्टाचार का गढ़ बना दिया था, जिससे जनता को मूलभूत सेवाओं के लिए रिश्वत देनी पड़ रही थी। पार्षदों की भी सुनवाई नहीं हो रही थी, जिसके चलते उन्होंने बिना शर्त बीजेपी को समर्थन दिया।
यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने पहले ही संकेत दिए थे कि कई पार्षद मेयर की कार्यशैली से नाखुश थे। जयपुर नगर निगम हेरिटेज में 100 पार्षदों में से 47 कांग्रेस, 42 बीजेपी और 11 निर्दलीय थे। 8 कांग्रेस पार्षदों के बीजेपी में शामिल होने से बीजेपी ने बहुमत हासिल कर लिया है।