जयपुर में नॉर्दन रिंग रोड प्रोजेक्ट फिलहाल शुरू नहीं होगा। नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने प्रोजेक्ट के लिए जो जमीन अवाप्ति की प्रक्रिया शुरू की थी। उसे रुकवा दिया है। एनएचएआई को अवाप्ति प्रक्रिया के तहत 3डी (प्रभावित गांव और एरिया की विज्ञप्ति जारी करना) का प्रस्ताव जिला प्रशासन जयपुर ने भेजा था, लेकिन उस प्रस्ताव को एनएचएआई ने मंजूरी नहीं दी। इसके कारण जमीन अवाप्ति को लेकर अब तक की गई सारी कवायद बेकार हो गई। इधर, एनएचएआई ने अब इस प्रोजेक्ट पर काम न करने के पीछे भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के 18 दिसंबर के एक पत्र का हवाला दिया है।
एनएचएआई की ओर से लिखे पत्र में बताया- मंत्रालय ने भारत माला प्रोजेक्ट के तहत प्रथम चरण की सभी परियोजनाओं पर किसी भी प्रकार के अतिरिक्त दायित्वों का सर्जन नहीं करने के लिए कहा है। एनएचएआई के इस पत्र के बाद प्रशासन ने जमीन अवाप्ति की आगे की प्रक्रिया को रोक दिया।
दूसरी बार रुकवाया अवाप्ति का काम
एनएचएआई ने नॉर्दन रिंग रोड की जमीन अवाप्ति का ये काम दूसरी बार रुकवाया गया है। इससे पहले साल 2020 में भी प्रोजेक्ट पर काम रुक गया था। उस समय कोविड-19 का हवाला देकर 3डी की कार्रवाई को रोका गया था। काम रोकने का सबसे ज्यादा प्रभाव प्रोजेक्ट की लागत पर आता है।
24 अप्रैल तक जारी करनी थी 3डी की सूचना
एनएचएआई को 24 अप्रैल 2024 तक 3डी की सूचना जारी करवानी थी। इसके लिए उसे प्रस्ताव जिला प्रशासन को भिजवाना था, लेकिन नहीं भिजवाया। इसके बजाए एनएचएआई ने पत्र लिखकर एलओए को आगे की प्रक्रिया नहीं करने के लिए कह दिया।
जमीन अवाप्ति अटकी
आगरा रोड से दिल्ली बाइपास तक बनने वाले इस नॉर्दन रिंग रोड के लिए जयपुर, आमेर और जमवारामगढ़ तहसीलों के 14 गांवों की जमीन अवाप्त की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। करीब 45 किमी के इस रिंग रोड प्रोजेक्ट के लिए 388 हैक्टेयर से ज्यादा जमीन अवाप्ति का प्रस्तावित थी।