जयपुर में 3 नवंबर को होने वाले सिंगर दिलजीत दोसांझ के शो से पहले, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फर्जी टिकटों की बिक्री के आरोप में कई जगहों पर छापेमारी की। आरोप है कि शो के फर्जी टिकट बेचकर ठगी की जा रही थी, जिसके चलते जयपुर, दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब, मुंबई और बेंगलुरु में ईडी की टीमों ने छापेमारी की। ईडी ने इस मामले में कुछ संदिग्ध व्यक्तियों को भी हिरासत में लिया है और मामले में पैसों के गलत तरीके से लेनदेन की जांच जारी है।
दरअसल, जयपुर के जेईसीसी सीतापुरा में आयोजित इस शो को लेकर ईडी को सूचना मिली कि इसके फर्जी टिकट बड़े स्तर पर बेचे जा रहे हैं। ईडी को संदेह है कि फर्जी टिकटों के जरिये बड़े पैमाने पर धन की हेराफेरी की जा रही है। इस आशंका के आधार पर ईडी ने कई महत्वपूर्ण डिजिटल ट्रांजैक्शन और सबूतों की पहचान की है, जिनकी आगे छानबीन की जा रही है।
जयपुर में की गई छापेमारी में ईडी ने दो स्थानों पर सर्च ऑपरेशन के दौरान दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया, साथ ही उनकी लैपटॉप और मोबाइल जैसे डिजिटल डिवाइस जब्त किए हैं। इन उपकरणों से ईडी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि फर्जी टिकट कैसे तैयार किए गए और किस तरीके से उनके माध्यम से पैसे की लेनदेन हुई।
इस मामले में ईडी को यह भी शिकायत मिली कि शो के टिकट की कीमत, जो “बुक माय शो” और “जोमैटो लाइव” पर 3,000 से 15,000 रुपये के बीच थी, सोशल मीडिया के जरिये फर्जी टिकट बनाकर कई गुना ऊंचे दामों पर बेची जा रही थी। कई फर्जी टिकटों की कीमतें 50 हजार से 2 लाख रुपये तक रखी गईं। इसके आधार पर ईडी ने सोशल मीडिया के विभिन्न आईपी एड्रेस का पता लगाकर देश भर में 13 स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें और संदिग्ध लोग पकड़े गए।
ईडी की इस कार्रवाई में डिजिटल लेनदेन से जुड़े सबूत भी प्राप्त हुए हैं। ईडी की टीम फिलहाल जब्त किए गए उपकरणों की जांच कर रही है और मामले की तह तक जाने का प्रयास कर रही है।
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