जयपुर

जयपुर तैयार रहे बड़ी आपदा के लिए!

दरबार स्कूल में परकोटा और बुर्ज तोड़ने से बना गंभीर वास्तुदोष

जयपुर। राजधानी के लोगों को निकट भविष्य में किसी बड़ी आपदा के लिए अपने आप को तैयार कर लेना चाहिए। जयपुर में कोई बड़ी आपदा आ सकती है, जो शहर के जनमानस को झकझोर कर रख देगी। इस अंजानी आपदा के लिए शहर के वास्तु को बड़ा कारण माना जा रहा है। वास्तुशास्त्रियों का कहना है कि स्मार्ट सिटी की ओर से नवीन निर्माण के लिए दरबार स्कूल और उसके परकोटे व बुर्ज को तोड़े जाने से शहर के वास्तु में गंभीर दोष उत्पन्न हो गया है और इसी के चलते शहर के लोगों को आपदाओं से सामना करना पड़ सकता है।

जयपुर के प्रमुख वास्तुशास्त्री एसके मेहता का कहना है कि पूर्व में वर्ष 2008 में दरबार स्कूल के एक हिस्से को तोड़ा गया था। स्कूल के आधे हिस्से में पुलिस क्वाटर्स बनाए जाने प्रस्तावित थे। स्कूल और बुर्ज तोड़े जाने के कारण उस समय भी वास्तुदोष उत्पन्न हुआ था और जयपुर को सीरियल बम ब्लास्ट का दंश झेलना पड़ा था। परकोटे में आठ अलग-अलग स्थानों पर एक के बाद एक बम ब्लास्ट हुए थे और 71 लोगों की मौत हो गई थी। घायलों का आंकड़ा 176 के करीब था। लाखों की संपत्ति बर्बाद हो गई। कई वर्षों तक शहर के लोग दहशत के साए में जीए। आज भी शहर के लोग उस भयानक मंजर को याद करके सिहर उठते हैं।

अब फिर से इसी दरबार स्कूल और उसके परकोटे व बुर्ज को तोड़ा गया है, इसलिए फिर से शहर में भीषण आपदा की आशंका है। शहर के लोगों को इसका नमूना देखने को भी मिल गया है। परकोटा तोडऩे के दो दिन बाद ही बड़ी चौपड़ पर मेट्रो स्टेशन पर फव्वारे के लिए छोड़े गए गड्ढे में आग लग गई और पूरे शहर में दहशत फैल गई। गनीमत यह रही कि आग मेट्रो स्टेशन के अंदर नहीं पहुंच पाई और समय रहते इस पर काबू पा लिया गया, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था।

इस दोष के कारण हुई भीषण दुर्घटना

मेहता ने बताया कि किसी भी शहर का दक्षिणी-पश्चिमी हिस्सा बहुत ही संवेदनशील होता है। जयपुर शहर का दक्षिण-पश्चिम कोण यही दरबार स्कूल है। इस हिस्से में तोड़-फोड़ अशुभ होती है और पूरे शहर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। इस हिस्से को भारी बनाने के लिए ही इस हिस्से को चार बुर्जों और परकोटे में घेरकर यहां तोपखाना बनाया गया था। बाद में इसमें स्कूल शुरू कर दी गई। तोडफ़ोड़ और इस हिस्से को हल्का किए जाने से उत्पन्न दोष के कारण 2008 में शहर को बम विस्फोटों से सामना करना पड़ा था।

जयपुर में वास्तुदोष का प्रभाव तुरंत इसलिए पड़ता है कि पूरे परकोटा शहर को वास्तु और ज्योतिष के सिद्धांतों के आधार पर बसाया गया था, ऐसे में परकोटे में जरा से वास्तुपरिवर्तन का अंजाम गंभीर घटनाओं के रूप में परिणीत होता है।

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