जयपुर। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने किसान आंदोलन को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा है कि राहुल गांधी व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चुनावों के समय किसानों से किए हुए वादों को पूरा करें।
भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में पूनिया ने कहा कि पूरे प्रदेश में किसान परेशान हैं और आंदोलन कर रहे हैं। किसानों की मुख्य माँग कोरोना काल के दौरान के बिजली बिलों की माफी की है। पूनिया ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारें किसानों को दस हजार रुपए सालाना अनुदान दे रही थी, जिसे इस सरकार ने आते ही बंद कर दिया। किसान इस अनुदान की भी माँग कर रहे हैं।
ओसियां के बाद अब जोधपुर में किसान आंदोलन की राह पर हैं। जोधपुर में धरनास्थल पर किसान की मौत हो गई किसान की मौत पर सरकार को जवाब देना चाहिए। इसके उलट सरकार मृतक किसानों के परिजनों को एक-एक लाख रुपए का मुआवजा देकर लीपापोती करने में लगी है।
पूनिया ने कहा कि प्रदेश में किसान लगातार आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं। इसी के चलते हमें सरकार के समक्ष किसानों के मुद्दे उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। कांग्रेस का वादा था कि उनकी सरकार आएगी तो किसानों का पूरा कर्जा माफ किया जाएगा, लेकिन सरकार यह वादा भूल गई लगती है।
चुनाव जीतने के बीस महीनों बाद भी सरकार अपने वादे पर कायम नहीं हुई है और इस मामले में यू-टर्न लेने की कोशिश में लगी है। सरकार गंभीरता से किसानों की समस्यओं का समाधान निकाले नहीं तो अब पूरे प्रदेश में किसान आंदोलन करेंगे।
पूनिया ने कहा कि किसान ही नहीं आम उपभोक्ता, व्यापारी, छोटे उद्योगपति सभी बिजली के बिलों से परेशान हैं, लेकिन सरकार कोरोना काल के बिजली बिलों को माफ करने पर एक भी शब्द नहीं बोल रही है। प्रदेश में कानून व्यवस्था बदहाल हो चुकी है। एससी, एसटी, महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ रहे हैं और सकार इनपर नकेल कसने में नाकाम हो रही है।
इसलिए हमारी सरकार से मांग है कि कोरोना काल के 4 महीनों के बिजली बिल माफ किए जाएं, सम्पूर्ण किसान कर्जमाफी हो, लंबित भर्तियों को पूरा किया जाए, बेरोजगारी भत्ता जारी रखा जाए, कानून व्यवस्था दुरुस्त की जाए, सरकार स्कूल फीस को लेकर कोई रास्ता निकाले।