मकर संक्रांति को बीते दो दिन हो गये लेकिन जयपुर (Jaipur) की जनता पर आज भी पतंगबाजी (Kite flying) का बुखार चढ़ा रहा। निस्संदेह कोरोना संक्रमण के मद्देनजर राजस्थान में लगे वीकेंड कर्फ्यू इसका बड़ा कारण रहा। बाजार बंद रहे। लोगों की सामान्य आवाजाही पर पाबंदी रही। पूरा दिन आज 16 जनवरी को भी पतंगबाजी का ही माहौल (atmosphere) बना रहा।
आमजन के पास समय व्यतीत करने के लिए पतंगबाजी के सिवा और कोई चारा नहीं बचा। ध्यान दिला दें कि शुक्रवार, 14 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व था और फिर शनिवार-इतवार को भी जयपुर के लोगों में अवकाश के तौर पर ही मनाया।
जयपुर में दोपहर से ही लोग छतों पर चढ़ गये और गुनगुनी धूप के इंतजार में समय काटने के लिए उन्होंने पतंग-डोर का सहारा लिया। कंपकंपाती ठण्ड के बीच यद्यपि धूप को ठण्डी हवाओं ने गर्म नहीं होने दिया किंतु पतंगबाजी के पेचों में वो काटा.. की आवाजों ने जरूर गर्माहट भर दी। पूरा दिन गरमागरम चाय की चुस्कियों और परिवार जन के साथ बीता।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान सरकार ने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर शनिवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह पांच बजे तक वीकेंड कर्फ्यू के दिशा-निर्देश दिये हैं। सरकार के इस जनअनुशासन कर्फ्यू को सफल बनाने में ठंडी हवाओं ने भी साथ दिया। उम्मीद है कि सूर्य के उत्तरायण आ जाने के बाद से जीवन में भी शुभता आएगी