जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने शनिवार को देश में प्रथम सरकारी मानसिक स्वास्थ्य टोल फ्री हेल्पलाइन ‘मन-संवाद‘ (18001800018) का शुभारंभ करते हुए कहा कि राज्य सरकार कोरोना काल में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार मजबूती देने का काम रही है।
डॉ. शर्मा ने बताया कि इस हेल्पलाइन के जरिए निःशुल्क टेली काउंसलिंग की सुविधा मानसिक रोगियों को प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि सरकार मानसिक रोगियों के प्रति पूर्ण संवदेनशील है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के दौरान प्रदेश भर में संचालित सभी कोविड सेन्टर्स पर भी मेंटल हैल्थ प्रोफेशनल्स के द्वारा काउंसलिंग सुविधा एवं जरुरत होने पर उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि राज्य के सभी 33 जिलों में ओपीडी, आईपीडी और कैम्प के जरिए दूर-दराज के क्षेत्रों तक मानसिक स्वास्थ्य की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में अकेलापन, रोजगार संकट, भय, चिंता व मानसिक तनाव के चलते न्यूरोसाइकेट्रिक की दर में बढ़ोतरी हुई है लेकिन सरकार मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर काम कर प्रभावित लोगों को राहत प्रदान कर रही है।
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर ‘जागरुकता पोस्टर‘ का विमोचन
चिकित्सा मंत्री ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के मौके पर ‘जागरुकता पोस्टर‘ का भी विमोचन किया। इस मौके पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक नरेश ठकराल, सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुधीर भंडारी, वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ डॉ आरके सोलंकी, विभागाध्यक्ष डॉ.परमजीत सिंह सहित चिकित्सक व विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
गौरतलब है कि इस वर्ष की थीम ‘मानसिक सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ करना और सबको इलाज उपलब्ध कराना’ है। इस अवसर पर मानसिक स्वास्थ्य के राज्य नोडल प्रभारी डॉ महेन्द्र शर्मा ने बताया कि मानसिक असंतुलन की पहचान याद्दाश्त में कमी, अनिद्रा, चिड़चिड़ापन, यौन समस्याएं, उदासीनता व घबराहट जैसे लक्षणों से की जा सकती है। ऎसे में काउंसलिंग और उपचार से इलाज संभव है।
मैमोरी क्लीनिक का शुभारंभ
चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर मैमोरी क्लीनिक का भी शुभारंभ किया। अपने आवास से शुभारंभ के दौरान उन्होंने कहा कि इस क्लीनिक के जरिए सभी उम्र के मरीजों की याद्दाश्त संबंधित बीमारियों का इलाज किया जाएगा। अधीक्षक डॉ संजय जैन ने बताया कि यह क्लीनिक मनोरोग चिकित्सा संस्थान, जयपुर में संचालित होगा।