लेबनानी संगठन हिज़बुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह की शुक्रवार को इजरायली हमले में मृत्यु हो गई है। हिज़बुल्लाह ने एक आधिकारिक बयान में इसकी पुष्टि की है कि उनके प्रमुख नसरल्लाह की हत्या कर दी गई है। इजरायली सेना ने हमले के तुरंत बाद नसरल्लाह की मौत का दावा किया था, जिसे हिज़बुल्लाह ने अब स्वीकार कर लिया है।
शनिवार को जारी बयान में हिज़बुल्लाह ने कहा कि नसरल्लाह अपने शहीद साथियों में शामिल हो गए हैं और संगठन ने दुश्मनों के खिलाफ संघर्ष जारी रखने की शपथ ली है। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार शाम को इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में बड़ा हवाई हमला किया, जिसमें हिज़बुल्लाह के मुख्यालय को नष्ट कर दिया गया था। इसके बाद इजरायल की सेना के चीफ ऑफ स्टाफ हर्जी हलेवी ने नसरल्लाह की मौत की पुष्टि की थी, जिसे हिज़बुल्लाह ने करीब 20 घंटे बाद मान लिया।
हसन नसरल्लाह पिछले तीन दशकों से लेबनान में इजरायल विरोध का मुख्य चेहरा थे। वह हिज़बुल्लाह के सबसे प्रभावशाली नेता थे और उनके ईरान व अयातुल्लाह अली खामनेई से गहरे संबंध थे। नसरल्लाह का जन्म 1960 में बेरूत के एक गरीब इलाके में हुआ था, और वह बहुत कम उम्र में इजरायल विरोधी संगठनों से जुड़ गए थे। 1980 के दशक में वे हिज़बुल्लाह से जुड़े और 1992 में इसके नेता बने। उनके नेतृत्व में हिज़बुल्लाह ने अपनी शक्ति को काफी बढ़ाया और इजरायल के साथ युद्धों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।