प्रयागराज। उत्तर प्रदेश पुलिस बुधवार तड़के शुरू हुए माघी पूर्णिमा के पवित्र स्नान को लेकर पूरी तरह सतर्क है। प्रयागराज के महाकुंभ मेला क्षेत्र में भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े हैं। यातायात, भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। हालांकि, शहर की क्षमता से अधिक श्रद्धालुओं के आगमन के कारण पुलिस प्रशासन के लिए व्यवस्थाओं को सुचारू बनाए रखना चुनौतीपूर्ण है।
माघी पूर्णिमा स्नान के साथ एक महीने तक चलने वाला कल्पवास संपन्न हो जाएगा और लगभग 10 लाख कल्पवासी महाकुंभ से विदाई लेना शुरू करेंगे। प्रशासन ने कल्पवासियों से अनुरोध किया है कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें और केवल निर्धारित पार्किंग स्थलों का उपयोग करें। बुधवार सुबह से ही लाखों श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम और अन्य घाटों पर आस्था की डुबकी लगा ली है। वहीं, संगम नोज की ओर भक्तों का भारी सैलाब लगातार बढ़ रहा है।
भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष इंतजाम
कुंभ एसएसपी राजेश द्विवेदी ने कहा, “श्रद्धालुओं की आवाजाही सुचारू रूप से जारी है और हम सभी संवेदनशील बिंदुओं पर नजर बनाए हुए हैं।” अधिकारियों ने बताया कि श्रद्धालुओं को बिना किसी असुविधा के स्नान की सुविधा देने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
• मेला क्षेत्र को मंगलवार तड़के 4 बजे से ‘नो-व्हीकल ज़ोन’ घोषित किया गया है।
• शाम 5 बजे से पूरे शहर को नो-व्हीकल ज़ोन घोषित किया जाएगा, हालांकि आपातकालीन और आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई है।
• ट्रैफिक जाम से बचने के लिए सार्वजनिक और निजी वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग स्थल चिह्नित किए गए हैं।
प्रयागराज एडीजी भानु भास्कर ने बताया कि भीड़ नियंत्रण वाले सभी संवेदनशील स्थानों पर विशेष पुलिस बलों की तैनाती की गई है। उन्होंने कहा, “भीड़ प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए विशेष ट्रैफिक योजना लागू की गई है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।”
श्रद्धालुओं की संख्या और परिवहन व्यवस्था
• टोल प्लाज़ा और आसपास के जिलों से रियल-टाइम डेटा एकत्र किया जा रहा है ताकि वाहनों की संख्या और मार्गों पर नियंत्रण रखा जा सके।
• राज्य परिवहन विभाग ने 1,200 अतिरिक्त शटल बसों की व्यवस्था की है, जो हर 10 मिनट में उपलब्ध होंगी।
• उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार, अब तक 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं।
महाकुंभ का समापन और अंतिम स्नान
महाकुंभ का समापन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर अमृत स्नान के साथ होगा। उल्लेखनीय है कि 29 जनवरी को मौनी अमावस्या स्नान के दौरान मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत और 60 लोग घायल हो गए थे।
कल्पवास का समापन
• कल्पवास, जो महाकुंभ 2025 का एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक अनुष्ठान है, आज यानी 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) को संपन्न हो जाएगा। इसके बाद, 13 जनवरी 2025 से कल्पवास कर रहे श्रद्धालु इस दिन संगम में अंतिम स्नान, पूजा और दान-पुण्य करके अपने घरों को लौटेंगे।
• कल्पवास एक प्राचीन हिंदू परंपरा है, जिसमें श्रद्धालु पवित्र नदी के किनारे आत्मसंयम, आध्यात्मिक साधना और आत्मशुद्धि में संलग्न रहते हैं। इस वर्ष 10 लाख से अधिक कल्पवासियों ने त्रिवेणी संगम पर कल्पवास किया।
सीएम योगी की निगरानी और श्रद्धालुओं का सैलाब
माघी पूर्णिमा के इस प्रमुख स्नान दिवस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से महाकुंभ मेले की व्यवस्थाओं की निगरानी की।
• बुधवार सुबह से ही प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में लाखों श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। प्रशासन ने कल्पवासियों से यातायात नियमों के पालन और अधिकृत पार्किंग स्थलों के उपयोग का अनुरोध किया है।
• मंगलवार रात 10 बजे तक 1 करोड़ 43 लाख श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके थे।
• मेला प्रशासन के अनुसार, बुधवार को लगभग 2.5 करोड़ श्रद्धालु माघी पूर्णिमा के पवित्र स्नान में शामिल होंगे।
महाकुंभ, जो 12 साल के अंतराल पर आयोजित होता है, आध्यात्मिक शुद्धि और पुण्य प्राप्ति के लिए लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।