जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि यदि महाराणा प्रताप को लेकर पाठ्य पुस्तकों में कोई गलत तथ्य पाए जाते हैं तो उसे तुरंत दुरुस्त किया जाएगा।
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा इस मामले को देखेंगे। गहलोत बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर मेवाड़ राजपूत समाज के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता कर रहे थे।
गहलोत ने कहा कि वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप स्वाभिमान और शौर्य के प्रतीक हैं। उनकी ख्याति देश ही नहीं पूरे विश्व में है। मेवाड़ ही नहीं पूरे देश में उनकी गाथाएं गाई जाती है। महापुरुष किसी जाति-धर्म तक सीमित नहीं होते हैं। महाराणा प्रताप सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। महापुरुषों का सम्मान हम सभी की जिम्मेदारी है।
खाचरियावास के साथ मुख्यमंत्री से जौहर स्मृति संस्थान, मेवाड़ क्षत्रीय महासभा भीलवाड़ा, अखिल भारतीय क्षत्रीय महासंघ चित्तौडग़ढ़, मेवाड़ क्षत्रीय महासभा प्रतापगढ़, मेवाड़ क्षत्रीय महासभा उदयपुर, युवा मेवाड़ क्षत्रीय महासभा उदयपुर, वागड़ क्षत्रीय महासभा बांसवाड़ा, वागड़ क्षत्रीय महासभा डूंगरपुर के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की।