मुम्बईराजनीति

महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने छोड़ा कांग्रेस का हाथ..!

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।अशोक चव्हाण ने सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से मुलाकात की और उन्हें अपना इस्तीफ़ा सौंपा। अशोक चव्हाण के इस्तीफे से कांग्रेस में हलचल मच गई है। अब दावा किया जा रहा है कि वह जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे। हालाँकि उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उन्होंने भाजपा में शामिल होने के बारे में कोई विचार नहीं किया था।
अशोक चव्हाण ने इस्तीफे पर कहा
“सिर्फ दो दिन इंतजार करो। ” कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देते ही अशोक चव्हाण की पहली प्रतिक्रिया यह कह कर दी। मीडिया से बात करते हुए अशोक चव्हाण ने कहा, ‘मैंने आज अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। मैं किसी से नाराज नहीं हूं, मैंने अब तक कांग्रेस में ईमानदारी से काम किया है। मैं अगले दो दिनों में अपने फैसले की घोषणा करूंगा।”
कारण बताया अन्य विकल्प ढूंढना
चव्हाण ने कहा, “पार्टी छोड़ने का कोई कारण नहीं है, मैं हर चीज का कारण नहीं बता सकता, मुझे कोई दूसरा विकल्प ढूंढना है, इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया है। कई सालों तक ईमानदारी से काम करने के बाद, मैं अब नए विकल्पों की तलाश कर रहा हूं। उन्होंने कहा, हर चीज का कोई कारण नहीं होता। मैंने जन्म से अब तक कांग्रेस के लिए काम किया है। अब मुझे लगता है कि मुझे अब अन्य विकल्पों को देखना चाहिए। इसलिए मैंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।पार्टी ने मेरे लिए बहुत कुछ किया है, मैंने पार्टी के लिए भी बहुत कुछ किया है।
फिर वे क्यों परेशान ?
उन्होंने कहा कि मैं यह भी महसूस कर रहा हूं कि यह सीट बंटवारे पर उतनी तेजी से काम नहीं कर रहा है जितना इसे करना चाहिए। मुझे बोलने का अधिकार नहीं है, लेकिन अगर सीट बंटवारे का फैसला सही समय पर लिया गया होता, तो इससे महा विकास अघाड़ी को फायदा हो सकता था।
बता दें कि कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण और विश्वजीत कदम के पार्टी छोड़ने के बाद उनके भाजपा में शामिल होने की संभावना जतायी जा रही है। वहीं, अजित पवार के एनसीपी में 5-6 विधायकों के शामिल होने की चर्चा है।
अशोक राव शंकरराव चव्हाण (जन्म 28 अक्टूबर 1958) महाराष्ट्र के एक अग्रणी राजनीतिज्ञ हैं। वह महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शंकरराव चव्हाण के बेटे हैं। वह महाराष्ट्र में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक थे । उन्होंने 8 दिसंबर 2008 से 9 नवंबर 2010 तक महाराष्ट्र राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया है। इसके अलावा, उन्होंने विलासराव देशमुख सरकार में सांस्कृतिक मामलों, उद्योग, खान और प्रोटोकॉल मंत्री के रूप में कार्य किया है और वह महाराष्ट्र के पूर्व PWD मंत्री के रूप में भी काम कर चुके हैं ।

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