महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा के लिए मुंबई पहुंचे केंद्रीय चुनाव आयोग के समक्ष कांग्रेस ने पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला को हटाने की मांग की है। कांग्रेस का आरोप है कि रश्मि शुक्ला एक विवादास्पद अधिकारी हैं और निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने के लिए उनका स्थानांतरण आवश्यक है। इस संदर्भ में कांग्रेस ने चुनाव आयोग को पत्र सौंपते हुए कहा कि रश्मि शुक्ला के रहते हुए निष्पक्षता सुनिश्चित नहीं की जा सकती। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और उनके साथी आयुक्त 26 सितंबर को मुंबई आए थे और उन्होंने 28 सितंबर तक महाराष्ट्र में विभिन्न स्थानों का दौरा किया , जिसके बाद वे दिल्ली लौट गये।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने मीडिया से बातचीत में रश्मि शुक्ला के कार्यकाल पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब राज्य के गृह मंत्री भी सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता की सुरक्षा की क्या गारंटी है। उन्होंने आरोप लगाया कि रश्मि शुक्ला के करियर में कई विवाद रहे हैं और उन्होंने विपक्षी नेताओं के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण कार्यवाही की है। पटोले ने आरोप लगाया कि शुक्ला ने विपक्षी नेताओं के फोन टैप कराए और उन पर झूठे मामले दर्ज किए हैं।
निष्पक्ष चुनाव की मांग
कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग से निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने के लिए रश्मि शुक्ला सहित सभी विवादास्पद अधिकारियों को हटाने की मांग की है। पार्टी का कहना है कि निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए ऐसे अधिकारियों का पद पर बने रहना उचित नहीं है। नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस ने 24 सितंबर को भी मुख्य चुनाव आयुक्त को इस संबंध में पत्र भेजा था और मुंबई में मुलाकात के दौरान फिर से पत्र की प्रति सौंपी गई है।
शुक्ला के कार्यकाल का विस्तार
नाना पटोले ने बताया कि रश्मि शुक्ला की सेवा पहले ही समाप्त हो चुकी थी, लेकिन मौजूदा बीजेपी गठबंधन सरकार ने उनका कार्यकाल दो साल के लिए बढ़ा दिया है। कांग्रेस का मानना है कि शुक्ला के पद पर बने रहने से चुनावी प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में अक्टूबर के पहले सप्ताह में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है और नवंबर के मध्य तक मतदान की संभावना है।