उत्तर भारत में इन दिनों जमकर मानसूनी बरसात हो रही है। देश की राजधानी दिल्ली में इतनी भारी बरसात हुई है कि नये संसद भवन में पानी भरने और छत से पानी रिसने की खबरें वायरल होने लगीं। इस संबंध में राजनीति हो होमी ही थी सो विपक्षी सदस्यों ने सरकार की जमकर खिंचाई शुरू कर दी। अब लोकसभा सचिवालय की तरफ से इस मामले में स्पष्टीकरण दिया गया है कि यह मामूली रिसाव था जो अत्यधिक बारिश के कारण भवन के गुंबद के शीशे से हुआ था। सचिवालय ने यह भी कहा कि संसद परिसर में कहीं भी जल जमाव नहीं हुआ था। बारिश के तत्काल बाद पानी की निकासी हो गई थी।
New Parliament Building made at the cost of ₹1000 crores.
Your taxes are being used well. pic.twitter.com/2P00W71bKV
— Nimo Tai (@Cryptic_Miind) August 1, 2024
सचिवालय ने एक बयान में कहा कि ऐसी खबरें प्रकाशित हुई हैं कि बुधवार को दिल्ली में भारी बारिश के कारण नए संसद भवन की लॉबी में पानी का रिसाव हुआ, जिससे भवन की सुदृढ़ता के विषय में संदेह उत्पन्न हो गया है । खबरों में यह भी देखा गया है कि परिसर के आसपास जलभराव, खासकर नई संसद के मकर द्वार के पास जलभराव के कई वीडियो सोशल मीडिया मंचों पर वायरल हो रहे हैं
ग्लास डोम्स से लॉबी में मामूली रिसाव
उसने कहा, ‘ग्रीन पार्लियमेंट की संकल्पना के अनुसरण में लॉबी सहित भवन के कई हिस्सों में ग्लास डोम्स लगाए गए हैं, ताकि संसद के दैनिक कामकाज में प्रचुर प्राकृतिक रोशनी का उपयोग किया जा सके। बुधवार को भारी बारिश के दौरान, भवन की लॉबी के ऊपर गुंबद के शीशे को फिक्स करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला ‘एडहेसिव’ थोड़ा हट गया, जिससे लॉबी में पानी का मामूली रिसाव हो गया।’
सचिवालय ने कहा कि समस्या का समय पर पता चल गया और तुरंत आवश्यक उपाय किए गए, इसके बाद पानी का कोई और रिसाव नहीं देखा गया। उसने कहा कि इसी तरह संसद भवन के ‘मकर द्वार’ के सामने जमा पानी भी तेजी से ड्रेनेज सिस्टम के द्वारा निकल गया था। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस समेत विपक्ष के कुछ सदस्यों ने वीडियो साझा करते हुए इस मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा है।